
शाकिब से फिक्सिंग कराना चाहता था बुकी दीपक अग्रवाल, वॉट्सऐप पर हुई थी ये बातचीत
क्या है खबर?
मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन को 2 साल के लिए बैन कर दिया।
ICC की मीडिया रिलीज के अनुसार, शाकिब से दीपक अग्रवाल नाम के बुकी ने IPL 2018 में एक मैच के दौरान और पिछले साल जनवरी में बांग्लादेश, श्रीलंका और जिम्बाब्वे के बीच खेली गई त्रिकोणीय सीरीज में वॉट्सऐप पर मैच फिक्सिंग की पेशकश की थी।
लेकिन शाकिब ने ICC को इस बात की जानकारी नहीं दी।
मैसेज
SRH और KXIP के बीच मैच से पहले बुकी ने शाकिब को किया था वॉट्सऐप
ICC की रिलीज के अनुसार, IPL 2018 में 26 अप्रैल को हुए किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच मैच से पहले बुकी दीपक अग्रवाल ने शाकिब से वॉट्सऐप पर संपर्क किया था।
दीपक ने इस मैच से पहले शाकिब से टीम की अंदरूनी जानकारी देने की मांग की थी।
दीपक ने इससे पहले 2018 में त्रिकोणीय सीरीज के दौरान भी वॉट्सऐप पर शाकिब से संपर्क किया था और शाकिब से टीम की अंदरूनी जानकारी मांगी थी।
वॉट्सऐप चैट
बुकी के साथ शाकिब की वॉट्सऐप चैट का लेखा-जोखा
ICC रिलीज़ के अनुसार, 2017 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग में किसी बांग्लादेशी ऑलराउंडर ने ही दीपक अग्रवाल को शाकिब को नंबर दिया था। इसके बाद शाकिब और दीपक के बीच वॉट्सऐप चैट होने लगी थी।
19 जनवरी, 2018 को दीपक ने शाकिब को मैसेज किया था "do we work in this or I wait till the IPL"।
23 जनवरी, 2018 की दीपक ने शाकिब को मैसेज किया था "Bro anything in this series?"।
अकाउंट की जानकारी
बुकी ने मांगी थी शाकिब के अकाउंट की जानकारी, बिटकॉइन के बारे में की थी बात
26 अप्रैल, 2018 को किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच मैच से पहले भी दीपक ने शाकिब से वॉट्सऐप पर संपर्क किया था।
इसके साथ ही दीपक ने वॉट्सऐप के जरिए शाकिब से बिटकॉइन को लेकर भी बात की थी। वहीं शाकिब के डॉलर अकाउंट की भी जानकारी मांगी थी।
वहीं शाकिब ने ICC की एंटी करप्शन यूनिट से बातचीत में यह भी माना की कई मैसेज डिलीट भी हुए हैं, जो दीपक ने भेजे थे।
गलती
शाकिब ने स्वीकार की अपनी गलती
ICC द्वारा दो साल के लिए बैन किए जाने के बाद शाकिब अल हसन ने अपनी गलती भी स्वीकार की।
शाकिब ने अपनी गलती मानते हुए कहा, "जिस खेल से मुझे इतना प्यार है, उससे निलंबत किए जाने से मैं काफी दुखी हूं, लेकिन मैं अपनी सजा स्वीकार करता हूं। ICC की भ्रष्टाचार निरोधक ईकाई भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में खिलाड़ियों पर काफी निर्भर है। मैने सटोरिये की पेशकश की जानकारी नहीं देकर अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।"