बिशन सिंह बेदी ने छोड़ी DDCA की सदस्यता, कोटला स्टैंड से अपना नाम हटाने को कहा
दिल्ली स्थित अरुण जेटली स्टेडियम (पूर्व नाम फिरोजशाह कोटला) में पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी के नाम का स्टैंड है। अब पूर्व स्पिनर बेदी ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) से स्टैंड से अपने नाम को हटवाने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने DDCA की सदस्यता भी छोड़ दी है। दरअसल, अब स्टेडियम में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली की प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है, जिससे बेदी नाराज दिखे हैं।
मेरे नाम को स्टैंड से हटा दिया जाए- बेदी
बेदी ने DDCA के मौजूदा अध्यक्ष रोहन जेटली को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया कि उनके नाम को स्टैंड से तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाए। उन्होंने लिखा, 'कोटला में अरुण जेटली की प्रतिमा लगाने के विचार से मैं बिल्कुल भी प्रभावित नहीं हुआ। मुझे अपने आप पर गर्व है कि मैं काफी सहनशील और धैर्यवान हूं। DDCA ने वास्तव में मेरा परीक्षण किया है और मुझे इस कठोर कार्रवाई के लिए मजबूर किया है।'
मैं सोच विचार करके DDCA की अध्यक्षता त्याग रहा हूं- बेदी
बता दें रोहन जेटली पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत अरुण जेटली के बेटे हैं। बेदी, रोहन की अध्यक्षता में DDCA के काम से खुश नहीं हैं इसीलिए उन्होंने अपनी सदस्यता भी त्याग दी है। उन्होंने आगे कहा, "मैं अपनी DDCA की सदस्यता का त्याग करता हूं। मैंने यह निर्णय पर्याप्त विचार-विमर्श के साथ लिया है। जो सम्मान मुझे दिया गया था मेरा इरादा उसकी अवहेलना करने का नहीं है।"
खेल के मैदानों में खिलाड़ियों की प्रतिमा होनी चाहिए- बेदी
बेदी का मानना है कि खेल के मैदानों में खेल के नायकों की प्रतिमा होनी चाहिए। उन्होंने मिसाल पेश करते हुए बताया कि जैसे मेलबर्न में शेन वॉर्न, सिडनी में सर डोनाल्ड ब्रेडमैन और बारबडोस के मैदान में गैरी सोबर्स की प्रतिमाएं हैं तो हमारे यहां राजनेताओं की प्रतिमा नहीं बननी चाहिए। उन्होंने आगे कहा, "DDCA इस क्रिकेट संस्कृति को नहीं समझ रहा है, इसलिए मुझे इससे बाहर निकलने की जरूरत है।"
2017 में कोटला स्टैंड में लिखा गया था बेदी का नाम
साल 2017 में तब के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में स्टैंड का नाम पूर्व भारतीय क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी और मोहिंदर अमरनाथ के नाम पर रखा गया था। बेदी दिल्ली की ओर से घरेलू क्रिकेट खेल चुके हैं। उन्होंने 1968 से 1981 तक दिल्ली का प्रतिनिधित्व किया था। दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली 1999 से 2013 तक DDCA के अध्यक्ष रह चुके हैं। बेदी, अरुण जेटली पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं।