
पूर्व खिलाड़ी का बड़ा बयान, बोले- बुमराह की एक और चोट उनका करियर खत्म कर देगी
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोटिल होने के कारण चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से बाहर हो गए थे। यह खिलाड़ी अब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में खेलते हुए नजर आ सकता है।
हाल के दिनों में बुमराह चोट के कारण काफी परेशान रहे हैं। वह 2022 का टी-20 विश्व कप भी नहीं खेल पाए थे।
अब उनको लेकर न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज शेन बॉन्ड ने बड़ा बयान दिया है।
आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा।
बयान
बॉन्ड ने क्या कहा?
बॉन्ड ने ईएसपीएन-क्रिकइन्फो से कहा, "अगर बुमराह को उसी जगह पर एक और चोट लग जाती है तो यह संभावित रूप से करियर खत्म करने वाला हो सकता है। मुझे यकीन नहीं है कि आप उस जगह पर फिर से सर्जरी करवा सकते हैं।"
बॉन्ड इस सदी में पीठ की सर्जरी कराने वाले पहले तेज गेंदबाज थे। उन्होंने 29 साल की उम्र में यह सर्जरी करवाई थी और 34 साल की उम्र में संन्यास लिया था।
टेस्ट
मैं बुमराह को लगातार 2 टेस्ट मौका नहीं देता- बॉन्ड
बॉन्ड ने आगे कहा, "भारतीय क्रिकेट टीम को IPL के बाद इंग्लैंड में 5 टेस्ट मैच खेलने हैं। मैं उन्हें लगातार 2 से अधिक मैचों में नहीं खिलाना चाहूंगा। IPL के अंतिम चरण से निकलकर टेस्ट मैच में उतरना बहुत बड़ा जोखिम होगा। वह अगले विश्व कप और अन्य मैचों के लिए बहुत मूल्यवान खिलाड़ी हैं। ये देखना होगा कि बुमराह अपने वर्कलोड को कैसे मैनेज करते हैं। यह बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होने वाला है।"
फैसला
BCCI के साथ मिलकर बातचीत करें बुमराह
बॉन्ड ने इंटरव्यू में आगे कहा, "बुमराह की यह जिम्मेदारी है कि वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के साथ मिलकर काम करें और एक सही रास्ता तैयार करें जो उनके करियर को आगे बढ़ाने में मदद करे। इसके लिए अच्छे प्रबंधन और खिलाड़ी के साथ खुली बातचीत की जरूरत होगी। कई खिलाड़ी इस परेशानी से गुजरे हैं। मैं भी उनमे रहा हूं। कुछ समय के लिए जोखिम लेना सही फैसला नहीं है। आपको कुछ समझौते करने पड़ते हैं।"
चोटिल
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चोटिल हुए थे बुमराह
बुमराह को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 5वें टेस्ट के दौरान पीठ में ऐंठन हुई थी और उन्हें स्कैन के लिए सिडनी के स्टेडियम से अस्पताल ले जाया गया था।
इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के दौरान गेंदबाजी नहीं की थी। वह मैच की आखिरी पारी के दौरान फील्डिंग करने भी मैदान पर नहीं उतरे थे।
उन्होंने उस सीरीज में 150 से अधिक ओवर गेंदबाजी की थी। उन्होंने 9 पारियों में 13.06 की औसत से सर्वाधिक 32 विकेट चटकाए थे।