टेस्ट में बाएं हाथ के इन विदेशी स्पिन गेंदबाजों ने भारत में किया यादगार प्रदर्शन
हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने भारतीय क्रिकेट टीम को 28 रन से हराते हुए 5 मैचों की सीरीज में बढ़त हासिल की। इंग्लिश टीम की जीत में डेब्यू टेस्ट खेलने वाले टॉम हार्टले ने अहम भूमिका निभाई। बाएं हाथ के इस युवा गेंदबाज ने भारत की दूसरी पारी के दौरान 7 विकेट चटकाए। आइए भारतीय जमीं पर बाएं हाथ के विदेशी स्पिनरों के कुछ यादगार प्रदर्शन पर एक नजर डालते हैं।
हार्टले ने हैदराबाद में किया कमाल
पहली पारी में हार्टले महंगे रहे थे। उन्होंने अपने 25 ओवर में 5.20 की इकॉनमी रेट से 131 रन देते हुए 2 विकेट लिए थे। दूसरी पारी में उन्होंने यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और रोहित शर्मा को जल्दी-जल्दी आउट किया। इसके बाद उन्होंने अक्षर पटेल, केएस भरत, रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद सिराज के विकेट चटकाए। उन्होंने अपने 26.2 ओवर में 62 रन देते हुए 6 विकेट लिए और भारतीय टीम दूसरी पारी में 202 रन ही बना सकी।
ओकीफ ने पुणे टेस्ट में लिए थे कुल 12 विकेट
2017 में पुणे टेस्ट में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर स्टीव ओकीफ ने दोनों पारियों में 5 विकेट हॉल (6/35 और 6/35) लिए थे। उस मुकाबले में ओकीफ ने भारतीय बल्लेबाजों की जमकर खबर ली थी। उनकी गेंदबाजी के चलते भारत अपनी दोनों पारियों में 105 और 107 रन ही बना सका और मेजबान टीम को 333 रन से हार का सामना किया। ओकीफ ने मैच की चौथी पारी में भारत के शीर्ष 7 बल्लेबाजों में से 6 को आउट किया था।
एजाज पटेल ने किया था 10 विकेट लेने का कारनामा
न्यूजीलैंड के स्पिनर एजाज पटेल ने 2021 वानखेड़े टेस्ट में भारत के खिलाफ एक पारी में 10 विकेट लेने के ऐतिहासिक कारनामा किया था। उन्होंने भारत की पहली पारी में 119 रन देते हुए सभी 10 विकेट लिए थे। वह जिम लेकर और अनिल कुंबले के बाद एक टेस्ट पारी में 10 विकेट लेने वाले सिर्फ तीसरे गेंदबाज बने थे। पटेल के अविश्वनीय प्रदर्शन के बावजूद कीवी टीम वो मैच 372 रनों से मैच हार गई थी।
माइकल क्लार्क ने अपने वानखेड़े टेस्ट में किया अपना सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक माइकल क्लार्क ने भी अपनी बाएं हाथ की स्पिन से अच्छी छाप छोड़ी। 2004 के वानखेड़े टेस्ट में उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन किया था। उस मैच में भारत अपनी दूसरी पारी में एक समय 153/3 के स्कोर पर था। हालांकि, फिर क्लार्क के उम्दा प्रदर्शन (6/9) के चलते भारत सिर्फ 205 रन पर सिमट गया था। क्लार्क की बेहतरीन गेंदबाजी के बावजूद उस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को हार मिली थी।
मोंटी पनेसर ने वानखेड़े में लिए थे कुल 11 विकेट
वानखेड़े के मैदान पर ही इंग्लैंड के बाएं हाथ के स्पिनर मोंटी पनेसर ने कमाल का प्रदर्शन किया था। उन्होंने 2012 में उस मैच में कुल 11 विकेट (5/129 और 6/81) लिए थे। पनेसर की फिरकी के चलते मैच की चौथी पारी में भारतीय टीम से 9 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके थे। विशेष रूप से इंग्लैंड ने उस मैच में 10 विकेट से जीत दर्ज की थी।