
टेस्ट क्रिकेट में बना अनचाहा कीर्तिमान, 10,000वीं बार शून्य पर पवेलियन लौटने वाले बल्लेबाज बने स्टोक्स
क्या है खबर?
टेस्ट क्रिकेट के 148 सालों से ज्यादा पुराने इतिहास में शून्य पर आउट होने का 10,000वां वाकया दर्ज हो गया है। ये ऐतिहासिक रिकॉर्ड इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स के नाम रहा, जो भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट मैच में बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 587 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड की टीम 407 रन ही बना पाई। स्टोक्स को मोहम्मद सिराज ने आउट किया।
गोल्डन
पहली बार गोल्डन डक पर आउट हुए स्टोक्स
दिलचस्प रूप से यह उनके टेस्ट करियर में पहला मौका है, जब उन्होंने गोल्डन डक (पहली गेंद पर बिना रन बनाए आउट होना) हासिल किया। स्टोक्स ने 113 टेस्ट खेले हैं, जिसकी 202वीं पारी में उनका कुल 16वां शून्य का स्कोर है। उनके बल्लेबाजी के आंकड़ों की बात करें तो मौजूदा इंग्लिश कप्तान ने 35.13 की औसत के साथ 6,781 रन बनाए हैं। इस बीच उन्होंने 13 शतक और 35 अर्धशतक लगाए हैं। उनका सर्वोच्च स्कोर 258 रन है।
जानकारी
राहुल द्रविड़ के नाम दर्ज है ये खास विश्व रिकॉर्ड
पूर्व भारतीय दिग्गज राहुल द्रविड़ के नाम पर 'गोल्डन डक' हासिल किए बिना सर्वाधिक पारी खेलने का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 164 मैचों की 286 पारी में कभी भी गोल्डन डक हासिल नहीं किया था।
शून्य
ये बल्लेबाज सबसे ज्यादा बार शून्य पर हुए हैं आउट
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा 43 बार वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी कोर्टनी वाल्श शून्य पर पवेलियन लौटे हैं। दूसरे स्थान पर स्टुअर्ट ब्रॉड हैं। वह 167 मैचों की 244 पारियों में 39 बार खाता खोले बिना आउट हुए हैं। न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाज क्रिस मार्टिन इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं। वह 71 मैचों की 104 पारियों में 36 बार शून्य पर आउट हुए थे।
पेयर
भारत के खिलाफ पेयर भी हासिल कर चुके हैं स्टोक्स
स्टोक्स भारत के खिलाफ टेस्ट में 5वीं बार अपना खाता नहीं खोल सके हैं। वह भारत के विरुद्ध 'पेयर' (एक टेस्ट की दोनों पारियों में शून्य पर आउट होना) भी हासिल कर चुके हैं। उन्होंने ये अनचाहा रिकॉर्ड 2014 में हुए लॉर्ड्स टेस्ट में बनाया था। वह पहली पारी में 8 गेंदों में बिना कोई रन बनाए भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर आउट हुए थे। दूसरी पारी में 6 गेंदों का सामना करते हुए इशांत शर्मा का शिकार बने थे।