भारत बनाम इंग्लैंड: BCCI ने चेपक के पिच क्यूरेटर को हटाया
क्या है खबर?
चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ पहला टेस्ट गंवाने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पिच क्यूरेटर तापोस चटर्जी को हटा दिया है।
क्यूरेटर को 13 फरवरी से शुरु हो रहे दूसरे टेस्ट के लिए पिच की तैयारियों को देखना था।
अब भारतीय टीम मैनेजमेंट पिच की तैयारियों को लोकल चीफ ग्राउंड्समैन वी रमेश कुमार के साथ देख रही है।
आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर।
जानकारी
दूसरे टेस्ट के लिए पिच तैयार करेंगे कुमार
ऐसा कहा जा रहा है कि दूसरे टेस्ट के लिए पिच तैयार करने जा रहे कुमार ने अब तक फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में भी पिच नहीं बनाई है। उन्हें अब यह बड़ी जिम्मेदारी निभानी होगी जिसमें पिच पर काली मिट्टी का इस्तेमाल होना है।
चटर्जी
घरेलू मैचों के लिए पिच की तैयारी देखेंगे चटर्जी
तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) ने इस खबर की पुष्टि की है।
TNCA सेक्रेटरी आरएस रामास्वामी ने IANS से कहा, "तापोस चले गए हैं। वह पहले मैच के लिए मौजूद थे। दूसरे टेस्ट की तैयारियों को अब वी रमेश कुमार देखेंगे।"
रिपोर्ट्स के अनुसार सेंट्रल जोन के चटर्जी को इंदौर और जयपुर में होने वाले विजय हजारे ट्रॉफी के मैचों के लिए पिच की तैयारी देखने को कहा गया है।
रीव्यू
जनरल मीटिंग में होना था क्यूरेटर्स का रीव्यू
दिसंबर में होने वाली जनरल मीटिंग में BCCI पैनल ऑफ क्यूरेटर्स को रीव्यू किया जाना था।
एलीट पैनल में चटर्जी के अलावा चार अन्य क्यूरेटर भी मौजूद हैं। मोटेरा में खेले जाने वाले तीसरे और चौथे टेस्ट में पिच की तैयारी को आशीष भौमिक देखेंगे।
प्रशांत के, सुनील चौहान और प्रकाश अधाव अन्य क्यूरेटर्स हैं।
हाल ही में एमर्जिंग पैनल में पांच अन्य क्यूरेटर्स को शामिल किया गया है।
कमी
चेन्नई में है क्यूरेटर्स की कमी
इस मामले को करीब से देख रहे एक सूत्र ने कहा, "यह चौंकाने वाली बात है कि BCCI ने तापोस को वापस भेज दिया है और वहां कोई BCCI क्यूरेटर मौजूद नहीं है। पहले टेस्ट के पहले दो दिनों में पिच का व्यवहार जैसा था उसे लेकर खिलाड़ियों ने निराशा जाहिर की थी।"
लंबे समय से चेन्नई के एम. ए. चिदंबरम स्टेडियम के पास कोई क्यूरेटर नहीं है।
पिच का व्यवहार
ऐसा रहा था पहले टेस्ट की पिच का व्यवहार
पहले टेस्ट की पिच ने चेन्नई की पिच से उलट व्यवहार किया था। पिच पर पहले दिन गेंदबाजों को मदद नहीं मिली थी।
पहले दो दिनों तक पिच एकदम सपाट दिखी थी और वहां बल्लेबाजी करना काफी आसान था।
अंतिम दिन पिच पर बाउंस काफी कम हो गया था और रफ के कारण स्पिनर्स को मदद मिल रही थी।
तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने पिच की तुलना सड़क से की थी।