एंटी करप्शन यूनिट के रडार में आया बांग्लादेश का लोकल मैनेजर, जानें कारण
कोलकाता के ईडन गार्डन में खेले गए पहले डे-नाइट टेस्ट मैच में भारत ने बांग्लादेश को पारी और 46 रनों से हराया। दोनों ही टीमों के लिए यह ऐतिहासिक लम्हा था क्योंकि दोनों ही अपना पहले पिंक बॉल टेस्ट मैच खेल रही थीं। मैच के दौरान प्रोटोकाल तोड़ने के कारण बांग्लादेश के लोकल मैनेजर बोर्ड ऑफ क्रिकेट कंट्रोल इन इंडिया (BCCI) की एंटी करप्शन यूनिट (ACU) के रडार पर हैं।
मोबाइल के इस्तेमाल संबंधी नियम तोड़ने के पाए गए दोषी
IANS की एक रिपोर्ट के मुताबिक स्टेडियम में बांग्लादेश के लोकल मैनेजर तपन चाकी ने ड्रेसिंग रूम में मोबाइल इस्तेमाल नहीं करने संबंधी नियम को तोड़ा था। चाकी पर यह आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने मेहमान टीम के ड्रेसिंग रूम के अंदर मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था। यह भी कहा जा रहा है कि उन्हें पहले भी इसके लिए चेतावनी दी गई थी, लेकिन फिर भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आए।
चाकी को सुनवाई के लिए बुलाया जा सकता है
एक सीनियर BCCI ऑफिशियल के मुताबिक, "प्रोटोकॉल के हिसाब से ड्यूटी पर रहने वाला ACU ऑफिसर मामले को रिपोर्ट करेगा और चाकी को सुनवाई के लिए बुलाया जा सकता है। सबूत पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।"
डे-नाइट टेस्ट के दौरान स्टेडियम से गिरफ्तार हुए थे सट्टेबाजी रैकेट चलाने वाले लोग
डे-नाइट टेस्ट के दौरान सट्टेबाजी के आरोप में कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। तीन लोगों को स्टेडियम में बैठकर एक मोबाइल एप के जरिए सट्टेबाजी रैकेट चलाने के आरोप में पकड़ा गया। दो लोगों को साउथ कोलकाता के एक होटल से उठाया गया। चार अन्य लोगों की गिरफ्तारी भी इसी सिलसिले में की गई। होटल में पकड़े गए लोगों के पास से 10 मोबाइल और लगभग एक लाख 44 हजार रूपये नकद मिले थे।
ACU का नियम तोड़ने के कारण ही बैन झेल रहे हैं शाकिब
पिछले महीने ही बांग्लादेश के टेस्ट टीम के रेगुलर कप्तान रहने वाले शाकिब अल हसन को ACU का नियम तोड़ने के कारण दो साल के लिए बैन किया गया था। शाकिब ने ICC की ACU ऑफिशियल को भ्रष्टाचार संबंधी जानकारी नहीं दी थी और जिसके कारण उन्हें ICC की ACU कोड के तीन चार्ज तोड़ने का दोषी पाया गया था। बांग्लादेशी खिलाड़ी को दो साल के लिए बैन किया गया है।