पहला टेस्ट: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 152 रन पर सिमटी दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम ब्रिसबेन के गाबा में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ केवल 152 रन बनाकर ही ऑलआउट हो गई। टीम की ओर से काइल वेरिन ने सबसे ज्यादा 64 रन बनाए। इसके अलावा तेम्बा बावुमा ने 38 रनों का योगदान दिया। कंगारू गेंदबाजों में मिचेल स्टार्क और नाथन लियोन तीन-तीन विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे। आइये जानते हैं दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी के बारे में।
दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी में खराब बल्लेबाजी
टॉस हारकर पहले खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी में बल्लेबाजी बेहद निराशाजनक रही। टीम ने पारी के पांचवें ही ओवर में 12 के कुल स्कोर पर कप्तान डीन एल्गर का विकेट गंवा दिया। इसके बाद 27 के स्कोर पर रॉसी वान डेर डुसैन (5), सारेल इरवी (10) और खाया जोंडो (0) के विकेट गिरने से टीम बैकफुट पर आ गई। उसके बाद कोई बल्लेबाज नहीं टिक पाया। छह बल्लेबाज तो दहाई का आंकड़ा तक नहीं छू सके।
वेरिन-बावुमा ने किया संघर्ष
प्रोटियाज पारी में काइल और बावुमा की पारी को निकाल दिया जाए तो शेष नौ बल्लेबाजों मिलकर कुल 50 रन ही बनाए। काइल ने अपने टेस्ट करियर का पहला अर्धशतक जमाया। उन्होंने 96 गेंदों का सामना करते हुए पारी में आठ चौके और पारी का एकमात्र छक्का लगाया। दूसरी ओर बावुमा (38 रन, 70 गेंद) ने काफी देर विकेट पर गुजारा लेकिन वे पारी लंबी नहीं खींच पाए। दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए 98 रनों की साझेदारी हुई।
कंगारू गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
इस मुकाबले में लगभग कंगारू गेंदबाजों का प्रदर्शन काफी सराहनीय रहा। स्पिनर लियोन ने आठ ओवर गेंदबाजी करते हुए 1.80 की इकॉनमी से केवल 14 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। इस दौरान उन्होंने दो ओवर मेडन भी फेंके। कप्तान पैट कमिंस ने 12.2 ओवर में 35 रन देकर दो प्रोटियाज बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। युवा तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड लगातार अपनी गेंदबाजी से प्रभावित कर रहे हैं, शनिवार को उन्होंने 28 रन देकर दो विकेट लिए।
300 टेस्ट विकेट लेने से एक कदम दूर स्टार्क
अनुभवी तेज गेंदबाज स्टार्क इस समय शानदार लय में हैं, मुकाबले के पहले दिन उन्होंने 14 ओवर गेंदबाजी करते हुए तीन विकेट हासिल किए। इस दौरान उन्होंने एक ओवर मेडन भी फेंका और उनकी इकॉनमी 2.90 की ही रही। इस मैच में वे एक बड़ा कीर्तिमान रचने के बेहद करीब पहुंच चुके हैं। वे टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट लेने से केवल एक कदम दूर हैं। ऐसा करने वाले वह सातवें कंगारू गेंदबाज बन जाएंगे।