ऑस्ट्रेलिया के विल पुकोव्स्की का 26 साल की उम्र में समाप्त हुआ क्रिकेट करियर, जानिए कारण
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बल्लेबाज विल पुकोव्स्की का करियर कन्कशन के कारण काफी अधिक प्रभावित रहा है। वह घरेलू क्रिकेट में कई मौकों पर बल्लेबाजी करते हुए कन्कशन हुए हैं। अब ऐसी खबरें हैं कि मेडिकल कारणों से उनके क्रिकेट करियर का अंत हो गया है। बता दें कि औपचारिक तौर पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) की ओर से ये पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की ओर से 1 टेस्ट खेला है। आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
चिकित्सा विशेषज्ञों के एक पैनल की सिफारिश के बाद पुकोव्स्की ने किया ये फैसला
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, 26 वर्षीय पुकोव्स्की चिकित्सा विशेषज्ञों के एक पैनल की सिफारिश के बाद क्रिकेट को अलविदा कहा है। ऑस्ट्रेलिया के खेल पत्रकार टॉम मोरिस ने 9-न्यूज मेलबर्न पर कहा, "विशेषज्ञों के एक स्वतंत्र पैनल ने 3 महीने पहले पुकोवस्की को रिटायर करने की सिफारिश की थी और अब क्रिकेट विक्टोरिया और उनकी टीम को अनुबंध के अनुसार इसे औपचारिक रूप देना बाकी है। यह खबर पुकोवस्की के साथियों के लिए आश्चर्य की बात नहीं है।"
सिर्फ कन्कशन नहीं रहा पुकोवस्की के क्रिकेट छोड़ने का कारण
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुकोवस्की का क्रिकेट छोड़ने का कारण सिर्फ कन्कशन नहीं है। साल 2022 में एक मेडिकल पैनल ने यह पाया था कि पुकोवस्की की सिर की कुछ चोटें तनाव या आघात प्रतिक्रियाओं से संबंधित थीं। यही कारण रहा कि वे मानसिक स्वास्थ्य के चलते क्रिकेट से ब्रेक भी ले चुके थे। वह आखिरी बार मार्च 2024 में प्रथम श्रेणी मैच में खेले थे और उस मैच के दौरान भी रिटायर्ट हर्ट हुए थे।
भारत के खिलाफ खेला अपना इकलौता टेस्ट
2019 में पुकोव्स्की को पहली बार ऑस्ट्रेलिया की टीम में शामिल किया गया था, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य की समस्या के कारण उन्होंने सीरीज को बीच में ही छोड़ दिया था। ब्रेक के बाद वापसी पर पुकोव्स्की ने घरेलू क्रिकेट में लगातार 2 दोहरे शतक लगाए थे। उन्होंने जनवरी 2021 में भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ सिडनी टेस्ट में डेब्यू किया था। उन्होंने 62 और 10 रन के स्कोर किए थे।
ऐसा रहा पुकोवस्की का प्रथम श्रेणी करियर
पुकोवस्की ने साल 2017 में विक्टोरिया की ओर से अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने 36 प्रथम श्रेणी मैचों में 45.19 की औसत के साथ 2,350 रन बनाए थे। इस बीच उन्होंने 7 शतक और 9 अर्धशतक लगाए थे। इस प्रारूप में उनका सर्वोच्च स्कोर 255* रन रहा था। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने 14 लिस्ट-A मैचों में 27.75 की औसत के साथ 333 रन भी बनाए हैं।