एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज डिंग्को सिंह का निधन
भारत के पूर्व दिग्गज बॉक्सर डिंग्को सिंह का आज कैंसर के कारण निधन हो गया है। लम्बे समय से लिवर कैंसर की जंग लड़ रहे डिंग्को महज 42 साल की उम्र में स्वर्ग सिधार गए हैं। एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता डिंग्को पिछले साल कोरोना वायरस से भी संक्रमित हुए थे। हालांकि, वह इस जानलेवा वायरस को हराने में सफल हुए थे। एक नजर डालते हैं पूरी खबर पर।
पिछले कुछ सालों से आर्थिक तंगी से भी गुजर रहे थे डिंग्को
जनवरी 2020 में उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलेरी साइंसेज (ILBS), दिल्ली में रेडिएशन थेरेपी से इलाज करवाया था। अप्रैल में उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें पीलिया भी हो गया था। लम्बे समय से बीमार रहने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो गई थी। उन्होंने इलाज जारी रखने के लिए इम्फाल स्थित अपना घर भी बेच दिया था। इसके अलावा विजेंदर सिंह और मनोज कुमार जैसे मुक्केबाजों ने उनके इलाज के लिए फंड भी इक्क्ठा किया था।
डिंग्को आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत- विजेंदर
डिंग्को के असामयिक निधन पर प्रोफेशनल मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने भी अपना दुःख व्यक्त किया। ओलंपिक पदक विजेता विजेंदर ने ट्वीट किया, 'इस भारी नुकसान पर मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। उनकी जीवन यात्रा और संघर्ष हमेशा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। मैं प्रार्थना करता हूं कि उनके परिवार को दुख और शोक के इस दौर से उबरने की ताकत मिल सके।'
मैरीकॉम ने भी किया ट्वीट
किरेन रिजिजू ने भी किया खेद व्यक्त
उनकी मृत्यु पर खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भी खेद व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'श्री डिंग्को सिंह के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। भारत के अब तक के सबसे बेहतरीन मुक्केबाजों में से एक, जिन्होंने 1998 के बैंकाक एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर भारत में बॉक्सिंग को रास्ता दिखाया है। मैं शोक से पीड़ित परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।'
पद्म श्री से सम्मानित हो चुके हैं डिंग्को
डिंग्को ने 1998 में बैंकॉक में एशियाई खेलों का स्वर्ण जीता और उसी साल उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने 2000 में हुए सिडनी ओलंपिक खेलों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इसके बाद 2013 में, उन्हें खेल में उनके योगदान के लिए पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था। डिंग्को ने 1989 में अंबाला में सब जूनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीती थी।