अजिंक्या रहाणे ने की सिराज की तारीफ, बताया मानसिक रूप से मजबूत
भारतीय टीम ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। अजिंक्या रहाणे की कप्तानी में भारत ने 2-1 से सीरीज जीती। इस ऐतिहासिक जीत में मोहम्मद सिराज का महत्वपूर्ण योगदान रहा। तेज गेंदबाज सिराज इस सीरीज में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने। इस बीच अब रहाणे ने सिराज की तारीफ की है और उन्हें मनसिक रूप से मजबूत बताया है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा है।
सिराज ने सीरीज में जो भी हासिल किया मैं खुश हूं- रहाणे
रहाणे ने स्पोर्ट्स टुडे से कहा, "सिराज ने विशेष रूप से सीरीज के दौरान जो कुछ भी किया, मैं उससे बहुत खुश था। सीरीज की शुरुआत में ही उन्होंने अपने पिता को खो दिया, लेकिन वह मानसिक रूप से मजबूत थे। वह टीम के साथ रहना चाहते थे।" बता दें सिराज के पिता मोहम्मद घौस का निधन 20 नवंबर को हो गया था। इसके बावजूद उन्होंने भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया में रहकर सीरीज खेलने का फैसला किया था।
सिराज ने कड़ी मेहनत की और उम्दा गेंदबाजी की- रहाणे
रहाणे ने आगे कहा, "हर नेट सेशन में उन्होंने कड़ी मेहनत की। मेरा मानना है कि उन्होंने शानदार गेंदबाजी की। जिस तरह से उन्होंने खुद को व्यवस्थिति किया और जिस तरह से उन्होंने उम्दा गेंदबाजी की, उसका पूरा श्रेय सिराज को ही जाता है।" बता दें तीसरे सिडनी टेस्ट में सिराज पर मैदान पर बैठे दर्शकों ने नस्लीय टिप्पणी की थी। इसके बावजूद उन्होंने खुद को व्यवस्थित बनाए रखा और उम्दा गेंदबाजी की थी।
सीरीज में ऐसा रहा सिराज का प्रदर्शन
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने दूसरे मेलबर्न टेस्ट में डेब्यू किया और सीरीज के अंत तक भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। उन्होंने तीन मैचों में 29.53 की औसत से 13 विकेट लिए। इस बीच एक पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 5/73 का रहा। चौथे और निर्णायक टेस्ट में जब सभी युवा गेंदबाज खेल रहे थे, तब सिराज ने तेज गेंदबाजी आक्रमण की सफल अगुवाई की थी।
भारत ने ऐसे जीती सीरीज
कोहली की कप्तानी में सीरीज का पहला टेस्ट भारत ने आठ विकेट से गंवाया, जबकि दूसरे मेलबर्न टेस्ट में भारत ने वापसी की और आठ विकेट से ही जीत हासिल की। इसके बाद सिडनी में खेला गया तीसरा टेस्ट ड्रा रहा था। अंत में गाबा में खेले गए निर्णायक टेस्ट में भारत ने तीन विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज को 2-1 से अपने नाम किया। बता दें गाबा में भारत की यह पहली जीत थी।