कल्याण चौबे बने AIFF के नए अध्यक्ष, बाईचुंग भूटिया को हराया
भारत के पूर्व फुटबॉलर कल्याण चौबे, बाईचुंग भूटिया को हराकर अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के अध्यक्ष बने हैं। चौबे ने 33-1 के बड़े अंतर से जीत दर्ज की है। बता दें इस परिणाम की पहले से ही उम्मीद की जा रही थी क्योंकि राज्य संघ के प्रतिनिधियों की 34 सदस्यीय मतदाता सूची में पूर्व कप्तान भूटिया के ज्यादा समर्थक मौजूद नहीं थे। आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
एक ही टीम से खेल चुके हैं चौबे और भूटिया
दिलचस्प बात यह है कि चौबे और भूटिया एक समय ईस्ट बंगाल में साथ खेल चुके हैं। चौबे का नाम गुजरात फुटबॉल एसोसिएशन के महासचिव मूलराजसिंह चुडासमा द्वारा प्रस्तावित किया गया था और अरुणाचल प्रदेश फुटबॉल एसोसिएशन के सचिव किपा अजय ने इसका समर्थन किया था। चौबे कभी भारतीय सीनियर टीम से नहीं खेले हालांकि वह कुछ अवसरों पर टीम का हिस्सा रहे थे। वह संतोष ट्रॉफी में पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों से खेल चुके हैं।
किपा अजय बने कोषाध्यक्ष
अरुणाचल प्रदेश के किपा अजय ने कोषाध्यक्ष पद के लिए आंध्र प्रदेश के गोपालकृष्ण कोसाराजू को हराया। वहीं एनए हारिस AIFF के नए उपाध्यक्ष बने हैं। उन्होंने मानवेंद्र सिंह को हराया है।
भूटिया ने चौबे को जीत की शुभकामनाएं दीं
बाईचुंग भूटिया ने चुनाव परिणाम आने के बाद चौबे को नया अध्यक्ष बनने की शुभकामनाएं दी। भूटिया ने कहा, 'सबसे पहले कल्याण चौबे को चुनाव जीतकर नया अध्यक्ष बनने की शुभकामनाएं। उनके मार्गदर्शन में भारतीय फुटबॉल आगे बढ़े और देश भर के सभी फुटबॉल प्रेमियों को धन्यवाद, जिन्होंने इस खेल में इतनी दिलचस्पी बढ़ाई है। मैं पहले भी फुटबॉल से जुड़कर काम कर चुका हूं और आगे भी इसे जारी रखूंगा।"
भारतीय फुटबॉल टीम का ट्वीट
पिछले हफ्ते हट चुका है भारतीय फुटबॉल पर लगा बैन
पिछले हफ्ते ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) पर FIFA द्वारा लगाया गया बैन हट गया था। बैन हटने के बाद भारतीय फुटबॉल टीम की अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में वापसी हुई है और साथ ही अंडर-17 महिला विश्व कप आयोजन को लेकर भी रास्ते साफ हो गए हैं। बता दें सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स (CoA) के दखल के कारण AIFF पर बैन लगाया गया था, लेकिन इस कमेटी के भंग होते ही बैन हटा लिया गया है।