धोनी के IPL में खेलने और भारतीय टीम में वापसी पर रवि शास्त्री का बड़ा बयान
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य को लेकर पिछले छह महीनों से अटकलों का बाजार गर्म है। धोनी ने विश्व कप 2019 में भारत के सेमीफाइनल हार जाने के बाद से कोई इंटरनेशनल मुकाबला नहीं खेला है। इंटरनेशनल मुकाबले की बात छोड़िए, धोनी ने तो क्रिकेट के मैदान पर ही अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है। अब भारतीय टीम के हेड कोच रवि शास्त्री ने धोनी की वापसी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
IPL से ब्रेक लेना चाहते थे धोनी- शास्त्री
इंडिया टुडे से बात करते हुए शास्त्री ने कहा कि धोनी ने कभी भी खुद को भारतीय टीम पर थोपने का काम नहीं किया है। शास्त्री ने आगे कहा, "वह महान व्यक्ति हैं। वह IPL से ब्रेक लेना चाहते थे, लेकिन अब खेलेंगे। वह जितनी क्रिकेट खेल चुके हैं उसके बाद वह IPL के बाद खुद से सवाल करेंगे। अगर उनको लगता है कि वह भारत के लिए खेल सकते हैं तो फिर वह वापसी करेंगे।"
धोनी ने कही थी जनवरी तक वापसी पर सवाल नहीं पूछने की बात
धोनी की वापसी के बारे में तो हर कोई जानना चाहता हैै और ऐसे में यदि धोनी खुद मिल जाएं तो उनसे सवाल जरूर पूछे जाएंगे। हाल ही में एक इवेंट के दौरान पत्रकारों ने धोनी से उनकी भारतीय टीम में वापसी के बारे में पूछा था। इसके जवाब में धोनी ने कहा था, "जनवरी तक मुझसे इस बारे में मत पूछिए।" इस जवाब के बाद ऐसा लग रहा है कि वह न्यूजीलैंड दौरे पर भी नहीं जाने वाले हैं।
विश्व कप 2019 के बाद से ही टीम से बाहर चल रहे हैं धोनी
भारतीय टीम विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार गई थी। इसके बाद धोनी ने दो महीने की छुट्टी ली और 15 दिन टेरीटोरियल आर्मी के साथ बिताए। धोनी ने वेस्टइंडीज का दौरा मिस किया और उसके बाद उन्हें दक्षिण अफ्रीका और बांग्लादेश के खिलाफ हुई सीरीज़ के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया। वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जा रही होम सीरीज़ में भी धोनी भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं।
धोनी की गैरमौजूदगी में पंत को मिल रहे हैं भरपूर मौके
धोनी की गैरमौजूदगी में रिषभ पंत को लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में लगातार मौके दिए जा रहे हैं। एमएसके प्रसाद ने साफ किया था कि चयनकर्ता धोनी से आगे बढ़ चुके हैं और पंत को भविष्य के लिए तैयार किया जा रहा है। हालांकि, इस दौरान पंत का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है और उन्हें लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। इन सबके बावजूद उन्हें टीम मैनेजमेंट का सपोर्ट मिल रहा है।