2009 में शोएब मलिक के कप्तान बनने के बाद ही संन्यास लेना चाहते थे शाहिद अफरीदी
2009 में पाकिस्तान द्वारा शोएब मलिक को अपना कप्तान बनाए जाने के बाद पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी काफी परेशान हुए थे। टीम के अंदर चल रही राजनीति के कारण अफरीदी ने अपना अंतरराष्ट्रीय करियर तक समाप्त करने का मन बना लिया था। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अफरीदी ने बताया कि 2009 टी-20 विश्व कप जीतने के बावजूद टीम के अंदर का माहौल अच्छा नहीं था।
मलिक के कप्तान बनने के बाद टीम में हो रही थी राजनीति- अफरीदी
News 18 के मुताबिक अफरीदी ने समा टीवी को बताया कि उन्होंने आगे और क्रिकेट नहीं खेलने का निर्णय ले लिया था। उन्होंने आगे कहा, "शोएब मलिक टीम के कप्तान बने थे और टीम के अंदर काफी सारी राजनीति चल रही थी।"
इंजमाम के जाने के बाद टीम के कप्तान बने थे मलिक
2007 में इंजमाम उल हक द्वारा कप्तानी छोड़ने के बाद मलिक को टीम का कप्तान बनाया गया था। उन्होंने 41 वनडे, 20 टी-20 और तीन टेस्ट में पाकिस्तान की अगुवाई की है। मलिक की कप्तानी में पाकिस्तान ने 25 वनडे जीते हैं और 16 में उन्हें हार मिली है। टी-20 में टीम को 13 में जीत और केवल छह में हार मिली है। उनकी कप्तानी में टीम तीन में से एक भी टेस्ट जीत नहीं सकी है।
संन्यास पर कई बार पलटी मार चुके हैं अफरीदी
अफरीदी ने 2011 में ही बोर्ड के खिलाफ बगावत करके अपने संन्यास की घोषणा कर दी थी, लेकिन बाद में उन्होंने वापसी की थी। इससे पहले 2010 में ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। 2015 विश्व कप से पाकिस्तान के बाहर होने के बाद अफरीदी ने वनडे क्रिकेट को अलविदा कहा था। 2017 में उन्होंने टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को भी अलविदा कहा था। उन पर लगातार संन्यास लेने का दबाव बन रहा था।
इस साल का टी-20 विश्व कप खेलने की कोशिश में हैं मलिक
दो दशक से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे मलिक फिलहाल पाकिस्तानी टीम से बाहर चल रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस साल का टी-20 विश्व कप खेलने की आस नहीं छोड़ी है। टेस्ट और वनडे क्रिकेट से संन्यास ले चुके मलिक ने अपना आखिरी टी-20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबला पिछले साल सितंबर में खेला था। वह पाकिस्तान की ओर से सबसे अधिक टी-20 अंतरराष्ट्रीय रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।