अभिषेक नायर बन सकते हैं भारतीय टीम के सहायक कोच, जानिए कैसा रहा है उनका करियर
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने गौतम गंभीर को अपना प्रमुख कोच नियुक्त किया है। वह राहुल द्रविड़ की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल हाल ही में सम्पन्न हुए टी-20 विश्व कप 2024 में समाप्त हो चुका है। ऐसे में गंभीर के आने के साथ-साथ नया सहयोगी स्टॉफ भी आएगा। इस बीच खबरें हैं कि अभिषेक नायर भारत के सहायक कोच बन सकते हैं। आइए उनकी क्रिकेट करियर पर एक नजर डालते हैं।
शानदार रहा था नायर का क्रिकेटिंग करियर
पूर्व बल्लेबाजी ऑलराउंडर नायर ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट के 103 मैचों में 45.62 की औसत से 5,749 रन बनाए थे। गेंदबाजी में उन्होंने 31.47 की औसत से 173 विकेट लिए थे। लिस्ट-A करियर में उन्होंने 99 मैचों में 2,145 रन बनाए थे और गेंदबाजी में 79 विकेट लिए थे। 95 टी-20 मैचों में 21.51 की औसत और 123.77 की स्ट्राइक रेट के साथ 1,291 रन बनाए थे। दूसरी तरफ गेंदबाजी में 27 विकेट लिए थे।
भारत की ओर से खेले 3 वनडे, नहीं बना सके कोई रन
नायर को 2009 में वनडे प्रारूप में डेब्यू करने का मौका मिला था। वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के विरुद्ध ग्रोस आइलेट में खेले गए मैच में उनको बल्लेबाजी का मौका मिल सका था। उन्होंने भारत की ओर से 3 वनडे खेले, जिसमें उन्हें सिर्फ 1 मैच में बल्लेबाजी का मौका मिला था और वह 7 गेंदों में बिना कोई रन बनाए नाबाद रहे थे। उन्हें उस सीरीज के बाद से फिर कभी भारतीय टीम में जगह नहीं मिल सकी।
कैसा रहा नायर का IPL करियर?
IPL में नायर ने मुंबई इंडियंस (MI), पुणे वारियर्स, पंजाब किंग्स (PBKS) और राजस्थान रॉयल्स (RR) का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने अपने IPL करियर में कुल 60 मैच खेले, जिसमें 116.46 की स्ट्राइक रेट के साथ 672 रन बनाए। इस बीच नाबाद 45 रन उनका सर्वोच्च स्कोर रहा। दूसरी तरफ गेंदबाजी में उन्होंने 8.44 की इकॉनमी रेट के साथ 9 विकेट चटकाए। उन्होंने 2008 से 2014 तक IPL में बतौर खिलाड़ी शिरकत की थी।
KKR के सहायक कोच हैं नायर
नायर IPL में पिछले कई सालों से कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के सहयोगी स्टाफ का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने KKR की टीम में कई बल्लेबाजों को निखारने का काम किया, जिसमें रिंकू सिंह सबसे बड़ा उदाहरण है। भारत की टी-20 टीम में अपनी जगह बना चुके रिंकू भी अपनी सफलता का श्रेय उन्हें देते रहे हैं। IPL 2024 में भी नायर KKR के साथ मौजूद थे और टीम विजेता बनी थी।