पेरिस ओलंपिक 2024: कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का ऐसा रहा सफर
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम का सफर समाप्त हो गया है। टीम ने कांस्य पदक के मुकाबले में जर्मनी हॉकी टीम को 2-1 से हराकर पदक अपने नाम कर लिया। यह लगातार दूसरा ओलंपिक है, जब भारतीय टीम ने कांस्य पदक अपने नाम किया है। टोक्यो 2020 में भी टीम ने कांस्य पदक जीता था। भारत का हॉकी में ओलंपिक में यह रिकॉर्ड 13वां पदक है। इस ओलंपिक में टीम के सफर पर एक नजर डाल लेते हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत के साथ किया था आगाज
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने जीत के साथ आगाज किया था। उसने पूल-B के मुकाबले में न्यूजीलैंड हॉकी टीम को 3-2 से मात दी थी। भारतीय टीम ने शुरुआत में 1-0 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए मैच अपने नाम किया था। इस मुकाबले में भारत के लिए मनदीप सिंह ने 24वें मिनट, विवेक सागर प्रसाद ने 34वें मिनट और कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 59वें मिनट में गोल दागे थे।
भारतीय टीम ने अर्जेंटीना के खिलाफ खेला ड्रॉ
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अपने दूसरे मुकाबले में अर्जेंटीना हॉकी टीम के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेला था। पूल-B के मुकाबले में अर्जेंटीना की ओर से लुकास मार्टिनेज ने पहला गोल दागा था। इसके जवाब में मैच की समाप्ति से कुछ समय पहले भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने गोल करके हार को टाल दिया था। यह ओलंपिक के इतिहास में भारत का अर्जेंटीना के खिलाफ सिर्फ दूसरा ड्रॉ मैच था।
आयरलैंड के खिलाफ मिली दूसरी जीत
भारतीय टीम ने अपने तीसरे मुकाबले में कमाल का प्रदर्शन किया था और आयरलैंड के खिलाफ 2-0 से शानदार दर्ज की थी। यह पेरिस ओलंपिक में भारतीय टीम की दूसरी जीत थी। भारत के लिए दोनों गोल हरमनप्रीत ने दागे थे। 11वें मिनट में हरमनप्रीत ने पेनल्टी स्ट्रोक पर पहला गोल किया था। 19वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर भारतीय कप्तान ने दूसरा गोल दागा था। आयरलैंड 1 भी गोल नहीं कर पाई थी।
बेल्जियम के खिलाफ हारे पहला मुकाबला
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय टीम को पहली हार बेल्जियम के खिलाफ मिली थी। बेल्जियम की टीम ने भारतीय हॉकी टीम को 2-1 से हरा दिया था। इस मुकाबले में भारत की ओर से अभिषेक ने इकलौता गोल किया था, जबकि बेल्जियम की ओर से थिब्यू स्टॉकब्रोक्स और जॉन-जॉन डोहमेन ने 1-1 गोल दागे थे। भारतीय टीम पहले हाफ में बढ़त बनाने के बावजूद यह मैच हार गई थी। इस मैच के बाद भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की थी।
52 साल बाद ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया को दी मात
भारत ने पूल-B के एक और मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया हॉकी टीम को 3-2 से हरा दिया था। साल 1972 के बाद यह पहला मौका था जब भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को ओलंपिक खेलों में हराया था। भारत की ओर से अभिषेक ने 1 गोल और कप्तान हरमनप्रीत ने 2 गोल दागे थे। ऑस्ट्रेलिया के लिए थॉमस क्रेग और ब्लेक गोवर्स ने गोल किया था। ये बेहद रोमांचक मैच हुआ था और भारतीय टीम का प्रदर्शन कमाल का रहा था।
ग्रेट ब्रिटेन को हराकर सेमीफाइनल में बनाई थी जगह
भारतीय टीम और ग्रेट ब्रिटेन के बीच मुकाबले में कांटे का टक्कर देखने को मिला था। पेनल्टी शूटआउट में भारतीय टीम ने शानदार खेल दिखाया था और 4-2 से जीत अपने नाम कर ली थी। फुल टाइम तक मैच 1-1 की बराबरी पर था। भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने इस मुकाबले में कमाल के बचाव किए थे। भारत के लिए शूटआउट में हरमनप्रीत, सुखजीत सिंह, ललित उपाध्याय और राजकुमार पाल ने गोल दागे थे।
सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम को मिली हार
भारत का स्वर्ण पदक का सपना सेमीफाइनल में टूट गया था। जर्मनी के खिलाफ मुकाबले में टीम को 3-2 से हार मिली थी। भारत से हरमनप्रीत और सुखजीत सिंह ने 1-1 गोल किए थे। पहले हाफ में जर्मनी ने 2-1 से बढ़त बना ली थी। तीसरे क्वार्टर तक स्कोर 2-2 से बराबर था। चौथे क्वार्टर में मार्को मिल्टकाऊ ने मैदानी गोल लगाकर जर्मनी को जीत दिला दी। इसके बाद कांस्य पदक मैच जीतकर भारत ने पदक अपने नाम कर लिया।