अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शिखर धवन की सर्वश्रेष्ठ पारियों पर एक नजर
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी शिखर धवन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और घरेलू क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडिया साझा किया और अपने संन्यास के बारे में जानकारी दी। धवन भारत के सबसे शानदार सलामी बल्लेबाजों में से एक रहे। गब्बर नाम से मशहूर इस खिलाड़ी ने अपने करियर में कई ऐतिहासिक पारियां खेलीं, जिसे क्रिकेट फैंस कभी भूला नहीं सकते हैं। आइए ऐसी ही जबरदस्त पारियों पर एक नजर डाल लेते हैं।
114 बनाम दक्षिण अफ्रीका
साल 2013 के चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने अपना पहला मुकाबला दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ खेला था। भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 331/7 का स्कोर बनाया था। धवन ने 94 गेंद का सामना किया और 114 रन जड़ दिए थे। उनके बल्ले से 12 चौके और 1 छक्का निकला था। उनकी स्ट्राइक रेट 121.27 की रही थी। जवाब में दक्षिण अफ्रीका 305 रन बना पाई और भारतीय टीम को मुकाबले में 26 रन से जीत मिली।
117 बनाम ऑस्ट्रेलिया
साल 2019 के वनडे विश्व कप में धवन ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ 117 रन की पारी खेली थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 352/5 का स्कोर बनाया था। धवन के अलावा विराट कोहली के बल्ले से 82 रन निकले थे। गब्बर ने 109 गेंदों का सामना करते हुए ये रन बनाए। उनके बल्ले से 16 चौके निकले थे और उनकी स्ट्राइक रेट 107.33 की रही थी। कंगारू टीम को मैच में 36 रन से जीत मिली थी।
187 बनाम ऑस्ट्रेलिया
धवन ने पहला टेस्ट मैच साल 2013 में खेला था। पहली पारी में कंगारू टीम ने 408 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम की पहली पारी में गब्बर ने 174 गेंदों का सामना किया और 187 रन बनाए। उनके बल्ले से 33 चौके और 2 छक्के निकले थे। धवन की स्ट्राइक रेट 107.47 की रही थी। डेब्यू टेस्ट में किसी भी भारतीय द्वारा खेली गई यह सबसे बड़ी पारी है। भारतीय टीम को 6 विकेट से जीत मिली थी।
137 बनाम दक्षिण अफ्रीका
धवन ने साल 2015 के वनडे विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कमाल की पारी खेली थी। टूर्नामेंट के 13वें मुकाबले में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 307/7 का स्कोर बनाया था। धवन ने 146 गेंदों का सामना किया था और 137 रन बनाए थे। उनके बल्ले से 16 चौके और 2 छक्के निकले थे। उनकी स्ट्राइक रेट 93.83 की रही थी। भारतीय टीम को इस मुकाबले में 130 रन से जीत मिली थी।