43 वर्षीय रोहन बोपन्ना पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंचे
इस समय खेले जा रहे ऑस्ट्रेलियन ओपन में भारतीय दिग्गज रोहन बोपन्ना और उनके ऑस्ट्रेलियाई जोड़ीदार मैथ्यू एबडेन का शानदार प्रदर्शन जारी है। साल के पहले ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल मुकाबले में दूसरी वरीय बोपन्ना और एबडेन की जोड़ी ने बेहद संघर्षपूर्ण मैच में थॉमस माचाक और झांग झिंझेन की गैर वरीय जोड़ी को 6-3, 3-6, 7-6 (10-7) से मात दी। इसके साथ ही 43 वर्षीय बोपन्ना पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के खिताबी मुकाबले में पहुंचने में कामयाब हुए हैं।
रोचक रहा सेमीफाइनल मुकाबला
बोपन्ना और एबडेन की जोड़ी को पहला सेट जीतने के लिए ज्यादा पसीना नहीं बहाना पड़ा। हालांकि, दूसरे सेट में चेक रिपब्लिक के माचाक और चीन के झांग ने पलटवार करते हुए 6-3 से अपने नाम किया। निर्णायक सेट रोचक रहा और टाईब्रेकर तक गया, जहां बोपन्ना-एबडेन ने अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए मुकाबला अपने नाम किया। बोपन्ना के पास पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने का सुनहरा मौका होगा।
क्वार्टर फाइनल में मैक्सिमो गोंजालेज और एंड्रेस मोल्टेनी को दी थी शिकस्त
बोपन्ना और एबडेन की जोड़ी ने अपने क्वार्टर फाइनल मैच में मैक्सिमो गोंजालेज और एंड्रेस मोल्टेनी की छठी वरीयता प्राप्त अर्जेंटीना की जोड़ी को सीधे सेटों में हरा दिया था। 1 घंटे और 46 मिनट तक चले उस मुकाबले में भारत-ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी ने 6-4, 7-6(5) से जीत दर्ज की थी। इससे पहले बोपन्ना-एबडेन ने तीसरे दौर में 14वीं वरीयता प्राप्त नीदरलैंड के वेस्ले कूलहोफ और क्रोएशिया के निकोला मेक्टिक को 7-6, 7-6 से हराया था।
हाल ही में बोपन्ना ने रचा था इतिहास
एक दिन पहले ही क्वार्टर फाइनल में जीत के बाद ही बोपन्ना ने विश्व युगल रैंकिंग में शीर्ष स्थान सुनिश्चित किया था। इस जीत के साथ ही 43 वर्षीय बोपन्ना पुरुष युगल टेनिस इतिहास में विश्व के नंबर-1 बनने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए थे। वह अब लिएंडर पेस, महेश भूपति और सानिया मिर्जा के बाद टेनिस युगल में विश्व नंबर-1 रैंक हासिल करने वाले सिर्फ चौथे भारतीय बन जाएंगे।
लगातार दूसरे ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचे हैं बोपन्ना
बोपन्ना ने उम्र के इस पड़ाव में भी टेनिस जगत में अपना लोहा मनवाया है। वह अपने ऑस्ट्रेलियाई जोड़ीदार के साथ लगातार दूसरे ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुए हैं। इससे पहले वह 2023 में US ओपन में उपविजेता रहे थे। उन्हें खिताबी मुकाबले में राजीव राम और जो सैलिसबरी की जोड़ी के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। विशेष रूप से इस भारतीय दिग्गज ने पुरुष युगल में कोई ग्रैंडस्लैम नहीं जीता है।