आप भी करना चाहते हैं अंतरिक्ष की सैर? स्पेस फ्लाइट का टिकट दे रही है कंपनी
अंतरिक्ष में जाने का सपना पूरा करने में अंतरिक्ष यात्रियों को पूरी जिंदगी लग जाती है। हालांकि, बेहतर होती अंतरिक्ष से जुड़ी टेक्नोलॉजी और अंतरिक्ष अभियानों पर कम होते खर्च के चलते अब आम नागरिकों को भी अंतरिक्ष के सफर पर भेजा जा रहा है। कुछ महीनों की ट्रेनिंग पूरी करने और टिकट के पैसे खर्च करने के बाद आप भी अंतरिक्ष की सैर पर जा सकते हैं। जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ऑरिजन इसकी शुरुआत कर चुकी है।
पिछले साल की स्पेस टूरिज्म से जुड़े अभियान की शुरुआत
अमेजन के पूर्व CEO जेफ बेजोस की ओर से करीब 20 साल पहले शुरू की गई कंपनी ब्लू ऑरिजन ने पिछले साल स्पेस टूरिज्म से जुड़े अभियान की शुरुआत की है। ब्लू ऑरिजन की ओर से अब तक इंसानी क्रू वाले छह मिशन लॉन्च किए जा चुके हैं। अपनी पहली स्पेस फ्लाइट में ब्लू ऑरिजन ने अपने न्यू क्राफ्ट एयरक्राफ्ट की मदद से जेफ बेजोस और तीन आम नागरिकों को अंतरिक्ष के सफर पर भेजा।
एक बार फिर छह लोग अंतरिक्ष के सफर पर गए
ब्लू ऑरिजन ने गुरुवार को NS-22 फ्लाइट में एक बार फिर छह आम लोगों को अंतरिक्ष की सैर पर भेजा है। इस बार न्यू शेफर्ड डूड परफेक्स को-फाउंडर कोबी कॉटन, ब्रिटिश अमेरिकन पर्वतारोही वेनेसा ओ-ब्रायन, टेक लीटर क्लिंट केली III, टेलिकॉम एग्जक्यूटिव स्टीव यंग, इजिप्शियन मैकेनिकल एंड बायोमेडिकल इंजीनियर सारा सर्बी और पुर्तगाली इन्वेस्टर मरियो फरेरा फ्लाइट का हिस्सा बने। ऐसी सफल उड़ानें स्पेस टूरिज्म की संभावनाओं पर इशारा करती हैं।
अंतरिक्ष से दिखा पृथ्वी का खूबसूरत नजारा
ब्लू ऑरिजन की इस साल यह तीसरी ह्यूमन फ्लाइट है, जो सफलतापूर्वक सभी यात्रियों को स्पेस टूरिस्ट के तौर पर पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र से बाहर ले गई। इन स्पेस टूरिस्ट्स (अंतरिक्ष पर्यटकों) को धरती की सतह से लगभग 100 किलोमीटर दूर लेकर गए क्राफ्ट ने वेस्ट टेक्सास से उड़ान भरी। रॉकेट लिफ्ट-ऑफ के बाद करीब 10 मिनट में क्राफ्ट पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र से बाहर निकल गया और यात्रियों ने अंतरिक्ष से धरती का नजारा देखा।
पूरी तरह ऑटोनॉमस है न्यू शेफर्ड
ब्लू ऑरिजन का न्यू शेफर्ड एयरक्राफ्ट पूरी तरह ऑटोनॉमस है, यानी कि इसे उड़ाने या कंट्रोल करने के लिए किसी पायलट की जरूरत नहीं पड़ती। क्राफ्ट पहले से तय किए गए रास्ते पर तय वक्त में सफर करने में सफल रहता है और कंप्यूटर सिस्टम की मदद से किए गए सिम्युलेशन जैसा अनुभव यात्रियों को मिलता है। सभी यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने से पहले करीब 14 घंटे लंबी ट्रेनिंग से गुजरते हुए जरूरी मानकों पर खरा उतरना पड़ता है।
आप भी खरीद सकते हैं न्यू शेफर्ड फ्लाइट का टिकट
ब्लू ऑरिजन ने अपनी टिकट विंडो ओपेन कर दी है और कंपनी की वेबसाइट पर जाकर लोग इस साल होने वाली अन्य दो फ्लाइट्स के लिए टिकट बुक कर सकते हैं। स्पेस मिशन्स से जुड़ी कई चीजें भी कंपनी की वेबसाइट पर खरीदी जा सकती हैं। ब्लू ऑरिजन के अलावा स्पेस-X और वर्जिन जैसी प्राइवेट कंपनियां अंतरिक्ष को सामान्य दुनिया से जोड़ने की कोशिश में लगी हैं। यानी कि अब सामान्य नागरिक भी टिकट लेकर अंतरिक्ष में घूमने जा सकेंगे।
ISRO भी स्पेस टूरिज्म की रेस में शामिल
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) भी अंतरिक्ष पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नए विकल्पों और क्षमताओं पर काम कर रहा है। आने वाले कुछ साल में इसके अरबों डॉलर का मार्केट बनने की उम्मीद की जा रही है, जिसके चलते इसरो भी पीछे नहीं रहना चाहता। संस्थान नई तकनीक के साथ आम नागरिकों को अंतरिक्ष की सैर पर भेज पाएगा और इंसानों को अंतरिक्ष में भेजने के खर्च में भी कटौती की जा सकेगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
अंतरिक्ष के सफर पर जाना पहले के मुकाबले आसान और कम खर्चीला हो गया है। दरअसल, अंतरिक्ष में क्राफ्ट्स भेजने वाले रॉकेट्स को पहले नष्ट करना पड़ता था, जिनपर सबसे ज्यादा खर्च आता था। अब एक ही रॉकेट कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है।