क्या है मार्सलिंक, जिसे एलन मस्क मंगल ग्रह पर करना चाहते हैं तैनात?
अरबपति एलन मस्क भविष्य के मिशनों के लिए संचार की सुविधा बेहतर बनाने के लिए मंगल ग्रह के चारों ओर स्टारलिंक जैसे सैटेलाइट को तैनात करना चाहते हैं। इस सैटेलाइट को 'मार्सलिंक' कहा जा सकता है, जिसकी मदद से पृथ्वी और मंगल ग्रह के बीच एक सरल और तेजी से होने वाला संचार स्थापित किया जा सकेगा। वर्तमान में स्पेस-X मंगल ग्रह पर तैनात करने के लिए इस सैटेलाइट को विकसित कर रही है।
क्यों तैनात करना चाहते हैं इसे मस्क?
मस्क का उद्देश्य मंगल पर बस्तियां बनाना है और अपने इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने स्टारशिप रॉकेट विकसित किए हैं। मार्सलिंक एक सैटेलाइट इंटरनेट सेवा होगी, जो मंगल ग्रह पर मानव बस्तियों को हाई स्पीड इंटरनेट और संचार सेवाएं प्रदान करेगी। यह स्टारलिंक नेटवर्क की तकनीक से मंगल और पृथ्वी के बीच तेज और विश्वसनीय इंटरनेट कनेक्शन बनाएगा। इससे मंगल पर जीवन को आसानी से चलाने के लिए आवश्यक डाटा, संचार और मदद मिल सकेगी।
अन्य कंपनियां भी बना रही योजना?
तेज इंटरनेट की उपलब्धता के लिए वर्तमान में स्पेस-X का स्टारलिंक इंटरनेट 102 देशों में काम कर रहा है और हाल ही में 7,000वां सैटेलाइट लॉन्च किया गया। मस्क मंगल पर मनुष्यों के लिए बस्तियां बनाने के लिए वह स्टारशिप रॉकेट का उपयोग करेंगे। वह अगले 2 साल में मंगल पर बिना चालक दल के उड़ान भेजने के लिए तैयार हैं। ब्लू ओरिजिन और लॉकहीड मार्टिन जैसी कंपनियां भी मंगल पर संचार नेटवर्क बनाने के लिए योजनाएं बना रही हैं।
सैटलाइट इंटरनेट क्या होता और कैसे काम करता?
सैटलाइट इंटरनेट एक प्रकार का इंटरनेट कनेक्शन है, जो सैटेलाइट्स के माध्यम से काम करता है। इसमें डाटा पृथ्वी से सैटेलाइट को भेजा जाता है और फिर सैटेलाइट से वापस पृथ्वी पर स्थित रिसीवर तक भेजा जाता है। यह खासतौर पर उन जगहों पर उपयोगी है, जहां पारंपरिक इंटरनेट कनेक्शन नहीं पहुंच सकता। सैटलाइट इंटरनेट हाई स्पीड का हो सकता है, लेकिन इसमें थोड़ी देर हो सकती है, क्योंकि डाटा को सैटेलाइट तक पहुंचने में समय लगता है।