#NewsBytesExplainer: गूगल टेंसर चिप क्या है और पिक्सल स्मार्टफोन की सफलता में कितनी है इसकी भूमिका?
गूगल 2024 से पिक्सल 8 को भारत में बनाना शुरू करेगी। यह फोन गूगल की ही टेंसर चिपसेट से लैस है, जो दुनिया के इस्तेमाल के लिए भारत में डिजाइन की गई है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले हफ्ते कहा था कि उन्होंने गूगल से 3 वर्षों के भीतर भारत में टेंसर चिप्स का निर्माण शुरू करने के लिए कहा है। ऐसे में टेंसर चिप और उसकी क्षमता के बारे में जान लेते हैं।
पिक्सल प्रोडक्ट्स को इनसे मिली ताकत
कंपनी के CEO सुंदर पिचई ने बीते दिन अर्निंग कॉल के दौरान कहा, "पिक्सल प्रोडक्ट्स को हमारी टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एंड्रॉयड और गूगल टेंसर की बदौलत जीवन मिल गया है।" उन्होंने कहा कि पिक्सल 8, पिक्सल 8 प्रो और पिक्सल वॉच 2 को ग्राहकों की तरफ से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली। पिक्सल 8 फोन में इस्तेमाल किए गए टेंसर चिप के अलावा अन्य पार्ट्स भी भारत में डिजाइन किए गए हैं।
5 साल में तैयार हुई टेंसर चिप
गूगल ने पिक्सल 6 की लॉन्चिंग के साथ 2021 में टेंसर चिप्स का इस्तेमाल शुरू किया था। हालांकि, इस सिस्टम-ऑन-चिप (SoC) पर कंपनी ने 2016 में ही काम करना शुरू कर दिया था। इस चिप को विकसित होने में 5 साल लगे। पिक्सल 8 में दी गई टेंसर चिप तीसरी पीढ़ी की चिप है। दरअसल, गूगल ने अपने फोन की मशीन लर्निंग क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अपने पिक्सल फोन के लिए एक कस्टमाइज प्रोसेसर डिजाइन करने का फैसला लिया।
AI और ML क्षमताओं पर केंद्रित है टेंसर चिप
वर्ष 2021 में चिपसेट की शुरुआत करते समय गूगल ने कहा था कि वह चाहती है कि टेंसर चिप की क्षमताएं इस बात पर केंद्रित करें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) मॉडल कहां जा रहे हैं। गूगल की टेंसर चिप 5 नैनोमीटर टेक्नोलॉजी पर बनाई गई है और इसे गूगल ने इन-हाउस डिजाइन किया है। गूगल द्वारा डिजाइन की गई इस चिप को सैमसंग ने बनाया है।
टेंसर चिप से पिक्सल फोन ऐसे हुए बेहतर
दरअसल, टेंसर चिप के AI और ML क्षमताओं पर केंद्रित होने की वजह से पिक्सल स्मार्टफोन इस्तेमाल और फीचर्स में बेहतरीन होते जा रहे हैं। पिक्सल स्मार्टफोन की लाइव अनुवाद करने की क्षमता बेहतर हो रही है। अंग्रेजी से अन्य भाषाओं में रियल टाइम में अनुवाद करने में ये सक्षम हुए हैं। इसके अलावा टेंसर चिप आम बोलचाल की भाषा को अधिक सटीक तरीके से समझने में पिक्सल स्मार्टफोन को सक्षम बनाती है।
फोटो और वीडियोग्राफी हुई बेहतर
टेंसर चिप बेहतरीन फोटो और वीडियोग्राफी के लिए फोन के कैमरों के उपयोग को बेहतर बनाती हैं। ये लेटेस्ट चिप पिक्सल फोन के कैमरे को उस स्थिति में चेहरे का पता लगाने में सक्षम बनाती है जब कोई फोटो खींच रहा हो। इससे बेहतर फोकस और ब्राइटनेस ऑटोमैटिक तरीके से सेट हो जाती है। AI और ML क्षमताओं की बदौलत फोन यह सब काम पलक झपकते ही यानी काफी तेजी से ऑटोमैटिक तरीके से कर देता है।
पिक्सल फोन को यूजर्स की प्राथमिकता समझने में सक्षम बनाने के प्रयास
गूगल के टेंसर चिप की AI और ML क्षमताएं यह भी सुनिश्चित करती हैं कि पिक्सल डिवाइस यूजर्स की प्राथमिकताओं से सीखें और उसके अनुसार टेंसर चिप को ट्रेंड करें। उदाहरण के लिए इन्हीं ट्रेनिंग ने पिक्सल डिवाइसों को मैजिक इरेजर फंक्शन जैसे फीचर्स से लैस करने में मदद मिली। यह फीचर शानदार बैकग्राउंड के साथ फोटो खींचने और बैकग्राउंड को जरूरत के अनुसार बदलने आदि में मदद करता है।
ऐपल सहित अन्य स्मार्टफोन कंपनियां इस्तेमाल करती हैं ये चिपसेट
गूगल के अलावा ऐपल भी अपने आईफोन के लिए खुद के चिपसेट इस्तेमाल करती है। ऐपल का खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम भी है और इससे उसे जरूरत के अनुसार चिप और सॉफ्टवेयर को कस्टमाइज करने में आसानी होती है। इससे उसे फोन के परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इनके अलावा एंड्रॉयड स्मार्टफोन बनाने वाली अन्य कंपनियां क्वालकॉम और मीडियाटेक जैसी कंपनियों के चिपसेट का इस्तेमाल करती हैं।