क्या है D2M तकनीक, जिससे बिना इंटरनेट फोन पर देख पाएंगे फिल्में और लाइव स्पोर्ट्स?
क्या है खबर?
भारत में जल्द ही एक नई तकनीक आने वाली है, जिसका नाम डायरेक्ट-टू-मोबाइल (D2M) है। इसकी मदद से लोग बिना इंटरनेट और वाई-फाई के भी अपने मोबाइल फोन पर फिल्में, टीवी शो और लाइव स्पोर्ट्स देख सकेंगे। यह सुविधा खासकर उन करोड़ों यूजर्स के लिए उपयोगी होगी जहां नेटवर्क की दिक्कत रहती है। केंद्र सरकार और कंपनियां मिलकर इस तकनीक को अगले कुछ महीनों में कई शहरों में टेस्ट करने की तैयारी कर रही हैं।
काम
D2M तकनीक क्या है और कैसे काम करती है?
D2M तकनीक मोबाइल फोन को सीधे सैटेलाइट और ब्रॉडकास्ट टावर से सिग्नल प्राप्त करने की क्षमता देती है, जैसे TV या FM रेडियो में होता है। इसमें इंटरनेट डाटा की जरूरत नहीं पड़ती। लावा और HMD जैसी कंपनियां 2,000-2,500 रुपये के फोन बना रही हैं, जिनमें टाटा ग्रुप की सांख्य लैब्स का SL-3000 चिप लगा होगा। शुरुआत में प्रसार भारती का कंटेंट स्ट्रीम किया जाएगा। यह तकनीक खासकर उन क्षेत्रों के लिए उपयोगी है जहां नेटवर्क कमजोर रहता है।
तैयारी
सरकार और कंपनियों की तैयारी
सरकार इस तकनीक के ज़रिए ब्रेकिंग न्यूज, आपातकालीन अलर्ट और पब्लिक संदेश सीधे लोगों तक पहुंचाने की योजना बना रही है। पूरे देश में D2M नेटवर्क बनाने में लगभग 8,000 करोड़ रुपये लग सकते हैं। इसके ट्रायल दिल्ली और बेंगलुरु में पहले ही हो चुके हैं और जल्द ही 20 से अधिक शहरों में और टेस्ट किए जाएंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे डाटा खर्च कम होगा और करोड़ों नए यूजर्स को डिजिटल सुविधाएं मिलेंगी।
चुनौतियां
IIT की स्टडी और आने वाली चुनौतियां
IIT कानपुर की स्टडी में बताया गया है कि D2M भविष्य में टीवी, रेडियो और मनोरंजन को बहुत कम लागत पर उपलब्ध करा सकता है। हालांकि, अभी के फोन इस तकनीक को सपोर्ट नहीं करते, इसलिए नई हार्डवेयर यूनिट जोड़नी होगी जिसमें एंटीना और रिसीवर शामिल हैं। यह लागत और निर्माण के लिहाज से चुनौतीपूर्ण है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मॉडल आने वाले वर्षों में भारत की डिजिटल पहुंच और मनोरंजन अनुभव को पूरी तरह बदल सकता है।