क्या है आधार वर्चुअल ID और इसके फायदे? जानिए जनरेट करने का तरीका
आधार कार्ड से संबंधित लेन-देन में गोपनीयता की सुरक्षा के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) एक आधार वर्चुअल ID प्रदान करता है। यह एक 16 अंकों की अस्थायी ID है, जिसका उपयोग आपके आधार नंबर के स्थान पर किया जा सकता है। इस ID के होने पर आपको आधार प्रमाणीकरण वाली सर्विसेज के लिए वास्तविक आधार नंबर नहीं देना पड़ेगा, जिससे इसकी गोपनीयता बनी रहेगी। आइये जानते हैं आधार वर्चुअल ID जनरेट करने का क्या तरीका है।
इस तरह जनरेट करें वर्चुअल ID
आधार वर्चुअल ID जनरेट करने के लिए सबसे पहले UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और इसमें अपनी सुविधा के हिसाब से हिंदी या अंग्रेजी भाषा का चयन करें। अब वेबसाइट पर नीचे की ओर आधार सर्विसेज में वर्चुअल ID जनरेशन पर क्लिक करना है। इसमें आधार कार्ड नंबर और कैप्चा दर्ज करना होगा, जिससे आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP आएगा, जिसे यहां एंटर कर दें। इसके बाद आपको स्क्रीन पर आपकी वर्चुअल ID दिख जाएगी।
SMS के जरिए भी पा सकते हैं वर्चुअल ID
आधिकारिक वेबसाइट के अलावा, आप फोन से SMS करके भी वर्चुअल ID बना सकते हैं। इसके लिए अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से RVID के साथ आधार नंबर की लास्ट 4 डिजिट टाइप कर 1947 पर भेजना होगा। यह ID तब तक वैध रहती है, जब तक आप दूसरी जनरेट नहीं करते हैं। अगर, आप अपनी वर्चुअल ID को भूल जाएं या दूसरी बनाने की आवश्यकता महसूस करते हैं तो आप ऊपर बताए गए तरीके से दोबारा प्राप्त कर सकते हैं।
वर्चुअल ID का ये होगा फायदा
आधार वर्चुअल ID का उपयोग KYC प्रक्रियाओं, सरकारी सेवाओं तक पहुंचने सहित कई कार्यों के लिए किया जा सकता है। यह बैंक खाता खुलवाने, सरकारी सेवाओं के लिए आवेदन करने, आधार PVC कार्ड या ई-आधार डाउनलोड करने आदि में किया जा सकता है। इसके अलावा सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाने, पासपोर्ट के लिए तुरंत आवेदन करने और नई बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए आप वास्तविक आधार कार्ड नंबर देने की जगह यह ID दे सकते हैं।