भारतीय कंपनियों को हैकिंग के खतरे में डाल रहे अपंजीकृत उपकरण
भारतीय कंपनियों पर हैकिंग का खतरा बना रहता है क्योंकि कई कर्मचारी कंपनी के नेटवर्क से जुड़ने के लिए अपंजीकृत उपकरणों का उपयोग करते हैं। यह बात अमेरिकी नेटवर्क कंपनी सिस्को ने कही है। हैकिंग पर अध्ययन करने के लिए सिस्को ने 27 देशों के 6,700 सुरक्षा पेशेवरों को शामिल किया, जिसमें 1,000 सुरक्षा पेशेवर भारत से थे। इनमें से 95% लोगों ने कहा कि कर्मचारी कंपनी के नेटवर्क से जुड़ने के लिए अपंजीकृत उपकरणों का उपयोग करते हैं।
हैकर्स इन बातों का उठाते हैं फायदा
सिस्को के अध्ययन में लगभग 82% लोगों ने माना कि उनके कर्मचारी दिन में 10% से अधिक समय अपंजीकृत उपकरणों से काम करते हैं। अपंजीकृत उपकरणों में व्यक्तिगत लैपटॉप और स्मार्टफोन शामिल हैं, जिन्हें सत्यापित नहीं किया जा सकता है। इन उपकरणों में कमजोर सॉफ्टवेयर होते हैं, जिससे हैकर्स आसानी से कंपनी के नेटवर्क में प्रवेश कर उसे प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में हैकिंग से बचने के लिए कंपनी के नेटवर्क से जुड़ने वाले उपकरणों पर नजर रखनी होगी।