चंद्रमा पर मिली भूमिगत गुफा, भविष्य के मिशन में होगी उपयोगी
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने हाल ही में चंद्रमा पर एक भूमिगत गुफा की खोज की है। इस गुफा से आसानी से चंद्रमा की सतह तक पहुंचा जा सकता है और यह भविष्य में चंद्रमा पर किसी बेस को बनाने में काम आ सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, इस गुफा तक मैरे ट्रैंक्विलिटैटिस में एक खुले गड्ढे के माध्यम से पहुंचा जा सकता है, जहां अपोलो 11 के अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्ड्रिन 50 साल पहले पहली बार उतरे थे।
कितनी बड़ी है यह गुफा?
अंतरिक्ष एजेंसी नासा के चंद्र टोही ऑर्बिटर (LRO) ने रडार डाटा से पता चलता है कि चंद्रमा पर ज्ञात सबसे गहरा गड्ढा मैरे ट्रैंक्विलिटैटिस एक गुफा की ओर जाता है। चंद्रमा पर खोजी गई यह गुफा 45 मीटर चौड़ी और 80 मीटर तक लंबी है, जो 14 टेनिस कोर्ट के बराबर है। यह गुफा चंद्र सतह से लगभग 150 मीटर नीचे स्थित है। गुफा के तल तक पहुंचने के लिए ढीले मलबे की खड़ी ढलानों को पार करना होगा।
भविष्य के मिशन में उपयोगी होगी यह गुफा
चंद्रमा पर खोजी गई है गुफा भविष्य के मिशन में अंतरिक्ष यात्रियों के ठिकाने के लिए एक अच्छी जगह हो सकती है। गुफा की सुरक्षात्मक चट्टानी छतें लोगों और बुनियादी ढाँचे को अत्यधिक चंद्र सतह के तापमान में उतार-चढ़ाव और उच्च-ऊर्जा विकिरण से बचा सकती हैं। बता दें, चंद्रमा पर कम से कम 200 गड्ढों की पहचान की गई है, जिनमें से कई लावा क्षेत्रों पर हैं जो विशाल भूमिगत लावा ट्यूबों के प्रवेश द्वार हो सकते हैं।