UIDAI को 20 हैकर्स की तलाश, आधार से जुड़े डाटा की सुरक्षा के लिए बग बाउंटी
भारत में सरकारी वेबसाइट्स और प्लेटफॉर्म्स पर बढ़े साइबर हमलों के खतरे को देखते हुए यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) की ओर से जरूरी कदम उठाए गए हैं। UIDAI ने एक 'बग बाउंटी प्रोग्राम' की घोषणा की है, जिसके साथ 20 एथिकल हैकर्स तलाशे जाएंगे। इन हैकर्स का काम इसकी वेबसाइट्स और रिसोर्सेज को ऑनलाइन खतरों से बचाना होगा। अथॉरिटी ने सर्कुलर में कहा, "UIDAI के पास प्रोग्राम के लिए 20 कैंडिडेट्स का चुनाव करने का अधिकार होगा।"
इन एथिकल हैकर्स को दिया जाएगा मौका
सर्कुलर में बताया गया है कि प्रोग्राम में हिस्सा लेने वाले कैंडिडेट्स का हैकरवन या बगक्राउड जैसे किसी बग बाउंटी लीडर्स बोर्ड के टॉप-100 में शामिल होना जरूरी है। इसके अलावा लिस्टेड कैंडिडेट्स को माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, फेसबुक और ऐपल की ओर से भी बाउंटी प्रोग्राम्स में हिस्सा लेना चाहिए। साथ ही उनको किसी ऐक्टिव बग बाउंटी प्रोग्राम या कम्युनिटी के साथ पिछले एक साल के अंदर बाउंटी मिली होनी चाहिए।
इसलिए लाया गया UIDAI बग बाउंटी प्रोग्राम
UIDAI ने बग बाउंटी प्रोग्राम की घोषणा ऐसे वक्त में की गई है, जब कयास लग रहे हैं कि चीन सरकार के समर्थन वाले हैकर्स इसके प्लेटफॉर्म से डाटा चोरी की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, अथॉरिटी ने डाटा सुरक्षा का भरोसा दिया है और कह रही है कि आधार नंबर लीक होने का मतलब इससे जुड़ी दूसरी सेवाओं के लिए कोई खतरा नहीं है। अथॉरिटी ने कहा है कि आधार के चलते किसी यूजर को नुकसान नहीं होगा।
आधार जानना केवल ATM नंबर पता होने जैसा
आधिकारिक वेबसाइट पर आधार से जुड़े खतरे की आशंका को नकारते हुए UIDAI ने लिखा, 'धैर्य रखें, आधार कार्ड की वजह से किसी को आर्थिक नुकसान होने का एक भी मामला सामने नहीं आया है। केवल आधार नंबर की मदद से बैंकिंग या दूसरी सेवाएं ऐक्सेस नहीं की जा सकतीं।' अथॉरिटी ने लिखा, 'आधार नंबर पता होना, केवल ATM कार्ड नंबर पता होने जैसा है। केवल इस नंबर के साथ कोई बैंक अकाउंट ऐक्सेस नहीं कर सकता।'
इंडिपेंडेंट कमेटी करेगी कैंडिडेट्स का चुनाव
हैकर्स का चुनाव करने के लिए UIDAI की ओर से एक इंडिपेंडेंट कमेटी तैयार की गई है, जो पिछले बग बाउंटी रिकॉर्ड्स और दूसरे पक्षों की जांच करेगी। सर्कुलर में कहा गया है कि 'रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स को UIDAI के साथ नॉन-डिस्क्लोजर एग्रीमेंट (NDA) साइन करना होगा और अथॉरिटी के सभी निर्देश मानने होंगे।' यह प्रोग्राम ऐसे समय में और भी महत्वपूर्ण हो जाता है, जब जून महीने तक इस साल साइबर सुरक्षा से जुड़े 6,74,021 मामले सामने आ चुके हैं।
फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए आधार वेरिफिकेशन
आधार कार्ड के जरिए पहचान कन्फर्म करना अब आसान हो गया है। UIDAI ने आधार फेसRD नाम की ऐप लॉन्च की है, जिसकी मदद से फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए ID वेरिफिकेशन किया जा सकेगा। गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध यह ऐप्लिकेशन स्मार्टफोन्स में मिलने वाली फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी के साथ चेहरे का डाटा कैप्चर करेगी और आधार डाटाबेस से मैच करेगी। आधार फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी को UIDAI की ओर से इन-हाउस डिवेलप किया गया है।
न्यूजबाइट्स प्लस
आधार कार्ड अपडेट करना चाहें, तो आपको कोई थर्ड पार्टी ऐप आदि डाउनलोड करने की जरूरत नहीं है। इसके लिए UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और जरूरी दस्तावेजों के साथ जानकारी अपडेट हो जाएगी।