अब गलत जानकारी वाले ट्वीट्स होंगे लेबल, ट्विटर ने भारत में भी शुरू किया फीचर
ट्विटर ने भारत में भी मैनिपुलेटेड ट्वीट के नीचे लेबल दिखाना शुरू कर दिया है। कंपनी ने फरवरी में इसकी घोषणा की थी। हाल ही में संपन्न हुए अमेरिकी चुनाव के दौरान ट्विटर ने डोनाल्ड ट्रंप के संदिग्ध दावों वाले कई ट्वीट्स को लेबल किया था। इसके बाद इस फीचर को लेकर काफी चर्चा हुई थी। अब भारत में भी इसकी शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में आपके लिए यह जानना जरूरी है कि यह फीचर काम कैसे करेगा?
मैनिपुलेटेड मीडिया पर ट्विटर क्या चेतावनी नजर आती है?
अगर ट्विटर को उसके प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की गई कोई फोटो या वीडियो मैनिपुलेटेड (छेड़छाड़ की हुई) लगती है तो यह उसके नीचे एक लेबल लगा देती है। लेबल पर टैप करने के बाद उसके बारे में संक्षिप्त जानकारी दी होती है। इसमें लिखा होता है कि कंपनी ऐसे ट्वीट को लेबल कर सकती है, जिसमें उसे लगता है कि गलत या अधूरी जानकारी दी गई है, ताकि लोगों को उसकी सच्चाई और संदर्भ का पता चल सके।
ट्विटर की नजर में मैनिपुलेटेड मीडिया क्या है?
अगर कोई कंटेट इस तरह एडिट किया गया है, जिससे उसकी कंपोजिशन, क्रम, टाइमिंग और फ्रेमिंग बदल जाए तो उसे ट्विटर मैनिपुलेटेड मीडिया मानती है। ट्विटर किसी वीडियो और ऑडियो की जांच कर देखती है उसमें कोई विजुअल या साउंड हटाई या जोड़ी तो नहीं गई है। कंपनी ने यह भी कहा था कि वह पोस्ट के संदर्भ को भी देखेगी। अगर यह भ्रम फैलाने वाला होगा तो उसे लेबल किया जा सकता है।
हटाए जा सकते हैं नुकसान पहुंचाने की आशंका वाले ट्वीट
ट्विटर का यह भी कहना है अगर कोई फर्जी या मैनिपुलेटेड तस्वीर को असली बताया जाता है तो उसे भी लेबल किया जाएगा। ट्विटर पोस्ट के साथ दिए जाने वाले टेक्स्ट, मीडिया के मेटाडाटा, मीडिया शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल और ट्वीट में दी गई सूचना भी देखेगी। कंपनी का कहना है कि अगर उसे लगता है कि कोई पोस्ट नुकसान पहुंचा सकती है तो वह उसे हटाने पर विचार कर सकती है।
लेबल करने के अलावा कंपनी और क्या करती है?
मैनिपुलेटेड मीडिया की चेतावनी वाला लेबल लगाने के अलावा ट्विटर ऐसे ट्वीट को रिट्वीट या लाइक करने से पहले से चेतावनी दिखाएगी। साथ ही उस ट्वीट की विजिबिलिटी भी कम कर देगी और इसे यूजर्स को रिकमंड नहीं करेगी।