
बिजली गिरने के मिलते हैं ये संकेत, जानिए कैसे रहें सुरक्षित
क्या है खबर?
देशभर में मानसून की बारिश हो रही है और इस दौरान जगह-जगह बिजली गिरने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में आकाशीय बिजली गिरने से अब तक 25 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस प्राकृतिक घटना पर किसी का जोर नहीं है, लेकिन अगर पहले से पता चल जाए तो कुछ सावधानी रखकर जोखिम कम किया जा सकता है।
आकाशीय बिजली
कैसे गिरती है बिजली?
बिजली गिरने के संकेत जानने से पहले यह जानना जरूरी है कि बिजली गिरने का कारण क्या है। बादलों में मौजूद पानी की बूंदें और बर्फ के कण हवा से रगड़ खाते हैं, जिससे उनमें बिजली जैसा चार्ज पैदा होता है। कुछ बादलों में पॉजिटिव और कुछ में नेगेटिव चार्ज जमा हो जाता है। विपरीत चार्ज वाले बादलों के आपस में टकराने से बिजली बनती है। कभी-कभी यह इतनी तेज होती है कि धरती तक पहुंच जाती है।
खतरा
इन जगहों पर होता है सबसे ज्यादा खतरा
बादलों से बिजली को धरती तक पहुंचने के लिए कंडक्टर की जरूरत होती है। पेड़, पानी, बिजली के खंभे और धातु के सामान ऐसे कंडक्टर बनते हैं। अगर, कोई व्यक्ति इनके आस-पास खड़ा हो तो वह भी बिजली की चपेट में आ सकता है। बिजली गिरने का ज्यादा खतरा खेत, खाली मैदान, पहाड़ी इलाके नदी या तालाब के आस-पास खुली और नम जगहों पर रहता है। इन इलाकों में मौजूद ऊंची या धातु की चीजें बिजली को आकर्षित करती हैं।
संकेत
बिजली गिरने के ये मिलते हैं संकेत
जब आसमान में काले बादल हों, तेज हवा चले, गरज के साथ तेज बारिश हो रही हो, रेडियो या मोबाइल में तेज तीखी आजाव हो, तब बिजली गिरने की आशंका बढ़ जाती है। इसका खतरा जून-सितंबर के बीच ज्यादा होता है। इससे बचाव के लिए '30-30 नियम' अपनाना चाहिए। अगर, बिजली दिखने के 30 सेकेंड के भीतर गड़गड़ाहट सुनाई दे तो तुरंत सुरक्षित जगह पर चले जाएं। आखिरी गड़गड़ाहट के बाद 30 मिनट तक बाहर न निकलें।
बचाव
इन जगहों पर जाने से बचें
धातु बिजली को आकर्षित करता है, इसलिए मोबाइल या अन्य उपकरणों का खुले में उपयोग करने से बचें। ऊंचे होने के कारण बिजली पेड़ों पर सबसे पहले गिरती है। उसकी एनर्जी आस-पास फैलती है। इससे वहां खड़े व्यक्ति को करंट लग सकता है। खेतों में किसान लोहे के बने उपकरणों से काम करते हैं, जो बिजली को आकर्षित करते हैं। बिजली गिरने की आशंका होने पर तुरंत काम बंद कर सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाए या खेत में बैठ जाएं।
तकनीक
तकनीक का इस्तेमाल कर रहें सतर्क
बिजली से बचाव के लिए आप तकनीक की भी मदद ले सकते हैं। सरकार और भारतीय मौसम विभाग आपके माेबाइल पर SMS के जरिए बिजली गिरने की चेतावनी देती रहती है। इस पर निगरानी रख आप सुरक्षित रह सकते हैं। इसके अलावा दामिनी लाइटनिंग अलर्ट ऐप आपके आस-पास 20-40 किलोमीटर के दायरे में बिजली गिरने का अलर्ट देता है। इसके अलवा राज्य सरकारों ने भी डिजास्टर मैनेजमेंट ऐप लॉन्च किए हैं, जो बिजली गिरने की अलर्ट भेजती हैं।