न्यूरालिंक की प्रतिद्वंद्वी सिंक्रोन ने बड़े क्लिनिकल ट्रायल के लिए शुरू की मरीजों की भर्ती
क्या है खबर?
एलन मस्क की न्यूरालिंक की प्रतिद्वंद्वी कंपनी सिंक्रोन ने बड़े स्तर के क्लिनिकल ट्रायल के लिए मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती शुरू कर दी है।
न्यूरालिंक की तरह यह कंपनी भी दिमाग में लगाई जाने वाली चिप ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (BCI) बनाती है, जो लकवाग्रस्त मरीजों को अपनी सोच से कंप्यूटर और मोबाइल जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चलाने में मदद करती है।
अभी तक यह 6 मरीजों में (BCI) इंप्लांट कर चुकी है और अब बड़े स्तर पर क्लिनिकल ट्रायल करेगी।
बयान
करीब दर्जनभर लोगों पर होगा ट्रायल
अपने इंप्लांट टेस्ट करने के लिए सिंक्रोन को 2021 में मंजूरी मिली थी।
कंपनी के संस्थापक टॉम ऑक्स्ले ने बताया कि BCI को लेकर जमीनी स्तर पर बड़ा बदलाव हो रहा है। ट्रायल की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि इसमें एक दर्जन हिस्सेदार हो सकते हैं इस ट्रायल के लिए 120 ट्रायल सेंटरों ने दिलचस्पी दिखाई है।
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि कंपनी को बड़े स्तर के ट्रायल के लिए कब तक मंजूरी मिल सकती है।
निवेशक
बिल गेट्स और जेफ बेजोस ने किया है सिंक्रोन में निवेश
सिंक्रोन में बिल गेट्स और जेफ बेजोस जैसे अरबपतियों ने निवेश किया है।
सिंक्रोन का डिवाइस छोटी सर्जरी की मदद से गले की एक नस के जरिये अंदर डाला जाता है और यह दिमाग के मोटर कोर्टेक्स पर फिट होता है। मोटर कॉर्टेक्स दिमाग का वह हिस्सा होता है, जो शरीर में संकेत पैदा और हलचल को नियंत्रित करता है।
इसकी तुलना में न्यूरालिंक का डिवाइस सर्जिकल रोबोट की मदद से दिमाग के सेरेब्रल कॉर्टेक्स में लगाया जाता है।