
जिस यान से वापस आईं सुनीता विलियम्स, उसी यान से जल्द अंतरिक्ष में जाएगा भारतीय यात्री
क्या है खबर?
स्पेस-X का ड्रैगन अंतरिक्ष यान सुनीता विलियम्स और अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) से लेकर आज सफलतापूर्वक पृथ्वी पर पहुंच चुका है।
अब यह जल्द ही एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को लेकर अंतरिक्ष में जाने वाला है।
एक्सिओम-4 मिशन, जो नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च होगा, भारत के लिए ऐतिहासिक होने वाला है। इस मिशन में भारतीय वायु सेना के परीक्षण पायलट शुभांशु शुक्ला शामिल होंगे, जो पहली बार निजी मिशन में अंतरिक्ष यात्रा करेंगे।
नजर
शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा पर दुनिया की नजर
एक्सिओम-4 मिशन 14 दिनों तक चलेगा और इसमें शुक्ला के अलावा नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन (कमांडर), पोलैंड के सावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू शामिल होंगे।
इस मिशन का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक अनुसंधान, वाणिज्यिक गतिविधियों और अंतरिक्ष में मानव उपस्थिति को और बढ़ाना है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) भी इस मिशन पर नजर रखेगा, जिससे गगनयान कार्यक्रम के लिए जरूरी अनुभव और तकनीकी जानकारियां हासिल की जा सकें।
भागीदारी
अंतरिक्ष में भारत की बढ़ती भागीदारी
एक्सिओम स्पेस का लक्ष्य दुनिया का पहला कॉमर्सियल अंतरिक्ष स्टेशन बनाना है और एक्सिओम-4 मिशन इस दिशा में एक अहम कदम साबित होगा।
यह मिशन नासा और ISRO के बीच सहयोग को और मजबूत करेगा और भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
जैसे-जैसे शुभांशु शुक्ला की उड़ान की तैयारियां पूरी हो रही हैं, यह मिशन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बनने जा रहा है, जिससे निजी अंतरिक्ष उड़ानों में देश की भागीदारी और मजबूत होगी।