
सुनीता विलियम्स 286 दिन बाद मुस्कुराते हुए लौटीं, हाथ हिलाकर दिखाया जज्बा
क्या है खबर?
नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने साथी बुच विल्मोर के साथ अंतरिक्ष मे 286 दिन रहकर आखिरकार धरती पर लौट आई हैं।
दोनों जून, 2024 में 8 दिन के बोइंग स्टारलाइनर मिशन पर रवाना हुए थे, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण उनकी वापसी में देरी हुई।
आखिरकार, स्पेस-X के ड्रैगन कैप्सूल ने उन्हें सुरक्षित रूप से फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में उतारा। जब कैप्सूल का हैच खुला, तो विलियम्स मुस्कुराते हुए नजर आईं और उन्होंने हाथ हिलाया।
मिशन
स्पेस-X के क्रू-9 मिशन से हुई वापसी
बोइंग स्टारलाइनर की तकनीकी खामियों के कारण विलियम्स और विल्मोर को लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहना पड़ा।
उनकी सुरक्षित वापसी के लिए नासा ने स्पेस-X के क्रू-9 मिशन को चुना। कल (18 मार्च) सुबह 10:35 बजे अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) से अनडॉकिंग के बाद, उन्होंने 17 घंटे की यात्रा पूरी की। अंतरिक्ष यान आज (19 मार्च) सुबह 03:27 बजे पृथ्वी पर पहुंचा।
इस मिशन के लिए फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए ड्रैगन कैप्सूल लॉन्च किया गया था।
सेहत
286 दिन के मिशन के बाद सेहत पर असर
इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने से विलियम्स और विल्मोर को शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
शून्य गुरुत्वाकर्षण के कारण हड्डियों का घनत्व घट सकता है और मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं।
नासा के अनुसार, अगर अंतरिक्ष यात्री सही व्यायाम न करें तो उनकी हड्डियों की घनता प्रति माह 1 प्रतिशत तक कम हो सकती है।
इसके अलावा, अंतरिक्ष में विकिरण का प्रभाव भी शरीर पर पड़ता है, जिससे कैंसर और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
प्रेरणादायक चिट्ठी
प्रधानमंत्री मोदी ने लिखी प्रेरणादायक चिट्ठी
विलियम्स की वापसी से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पत्र लिखकर शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने लिखा कि भारत उनकी उपलब्धियों पर गर्व करता है और उनका साहस हर किसी के लिए प्रेरणादायक है। इस पत्र को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सशेयर किया।
मोदी ने यह भी बताया कि अमेरिका दौरे के दौरान उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडन से इस बारे में चर्चा की थी। भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री विलियम्स ने एक बार फिर दुनिया को प्रभावित किया है।