वीडियो कॉल के दौरान अपना चेहरा देखते रहना आपको बना सकता है बीमार- रिपोर्ट
क्या है खबर?
ऑनलाइन मीटिंग्स रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुकी हैं और कोविड-19 जैसे खतरों के चलते इनका महत्व बढ़ गया है।
हालिया स्टडी में सामने आया है कि जब लोग वर्चुअल चैट के दौरान अपना चेहरा देखते हैं, तो उनकी मन:स्थिति पर बुरा असर पड़ता है।
ऑनलाइन मीटिंग प्लेटफॉर्म्स चिंता और डिप्रेशन जैसी बीमारियों की वजह बन रहे हैं।
रिसर्चर्स ने पाया है कि अपना चेहरा देखते रहने के साथ शराब का सेवन स्थिति और गंभीर बना देता है।
रिसर्च
आई-ट्रैकिंग से जुड़े तरीकों का इस्तेमाल किया
यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉइस अर्बाना-कैंपेन में डॉक्टरल कैंडिडेट और यूनिवर्सिटी साइकोलॉजी प्रोफेसर कैथरीन फेयरबेर्न के साथ रिसर्च करने वाली तालिया एरिस ने कहा, "हमने आई-ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी से मन:स्थिति, शराब और वर्चुअल सोशल इंटरैक्शन (ऑनलाइन वीडियो कॉल्स) के दौरान फोकस की स्थिति समझने की कोशिश की।"
उन्होंने कहा, "हमने पाया कि कॉल के दौरान स्क्रीन पर अपना चेहरा ज्यादा देखने वालों ने बाद में बुरा महसूस किया। वहीं, शराब का सेवन करने वालों ने खुद को देखते हुए ज्यादा वक्त बिताया।"
खतरा
बढ़ जाता है चिंता और डिप्रेशन जैसी बीमारियों का खतरा
स्टडी में सामने आया है कि खास तौर से सोशल इंटरैक्शंस के दौरान खुद पर ज्यादा फोकस रहने वालों में मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
एरिस ने नई रिसर्च को लेकर कहा, "कोई व्यक्ति जितना ज्यादा सेल्फ-फोकस्ड है और खुद को देखता है, वह बार-बार एक जैसी नकारात्मकता महसूस करता है। यानी कि स्क्रीन पर खुद को देखकर बुरा महसूस करना उसे चिंता और डिप्रेशन तक का शिकार बना सकता है।"
इस्तेमाल
तेजी से बढ़ा है वर्चुअल मीटिंग सेवाओं का इस्तेमाल
रिसर्चर्स ने लिखा, 'ऑनलाइन वीडियो कॉल प्लेटफॉर्म जूम का इस्तेमाल कोविड-19 महामारी के दौरान 30 गुना तक बढ़ गया। दिसंबर, 2019 में इसके एक करोड़ यूजर्स थे, जो अप्रैल, 2020 तक बढ़कर करीब 30 करोड़ तक पहुंच गए।'
रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी के दौरान चिंता और डिप्रेशन के मामले बढ़े और वर्चुअल एक्सचेंज के दौरान लोगों ने सामान्य के मुकाबले ज्यादा थकान महसूस की।
हालांकि, लॉकडाउन जैसी स्थिति में इनके अलावा दूसरा विकल्प भी नहीं था।
तरीका
पार्टिसिपेंट्स ने रिसर्च में ऐसे लिया हिस्सा
स्टडी का हिस्सा बनाए गए पार्टिसिपेंट्स ने ऑनलाइन कन्वर्सेशंस से पहले और बाद में अपनी भावनात्मक स्थिति से जुड़े सवालों के जवाब दिए।
इस दौरान उनसे स्थानीय समुदाय में रहने और उनकी पसंद-नापसंद के अलावा फेवरेट म्यूजिक के बारे में चर्चा की गई।
पार्टिसिपेंट्स को कन्वर्सेशन के दौरान उनका और उनके पार्टनर्स दोनों का चेहरा दिख रहा था।
कुछ पार्टिसिपेंट्स ने इस दौरान शराब का सेवन किया था और बाकियों को नॉन-एल्कोहलिक ड्रिंक्स दिए गए थे।
निष्कर्ष
खुद को देखते हुए अलग-अलग वक्त बिताते हैं लोग
रिसर्च में बताया गया कि सामान्य रूप से पार्टिसिपेंट्स अपने कन्वर्सेशन पार्टनर्स को ज्यादा देखते हैं।
हालांकि, अलग-अलग पार्टिसिपेंट्स ने खुद को स्क्रीन पर देखते हुए अलग-अलग वक्त बिताया।
आई-ट्रैकिंग टेक्नोलॉजी के साथ रिसर्चर्स ने समझा कि कन्वर्सेशन के दौरान इन पार्टिसिपेंट्स का फोकस कहां रहा।
सामने आया कि कुछ ऐसा ही असर लगातार आईने में खुद को देखने पर भी हो सकता है और ऑनलाइन मीटिंग्स के दौरान शराब का सेवन करने से भी बचना जरूरी है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
गूगल मीट और जूम जैसे कई वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स को उनकी वीडियो फीड हाइड करने का विकल्प भी मिलता है। ऐसे में अगर आपकी आदत अपना चेहरा देखते रहने की है, तो आप अपनी विंडो हाइड कर सकते हैं।