
स्पेस-X ने ISS भेजा नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन का सबसे बड़ा कार्गो अंतरिक्ष यान
क्या है खबर?
एलन मस्क की अंतरिक्ष कंपनी स्पेस-X ने बीते दिन एक बड़े कार्गो मिशन को लॉन्च किया है। इस मिशन के तहत रविवार शाम को स्पेस-X के फॉल्कन-9 रॉकेट की मदद से नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन का नया सिग्नस एक्सएल मालवाहक जहाज अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हुआ। इस मिशन को NG-23 नाम दिया गया है, जो नासा के लिए 23वां कार्गो अभियान है और अगस्त, 2024 के बाद सिग्नस का पहला प्रक्षेपण भी है।
सामान
अंतरिक्ष यान में भेजा गया सामान
सिग्नस XL अपने साथ लगभग 11,000 पाउंड यानी करीब 5,000 किलोग्राम जरूरी सामग्री लेकर जा रहा है। इसमें अंतरिक्ष में अर्धचालक क्रिस्टल तैयार करने वाली चीजें, क्रायोजेनिक ईंधन टैंकों को बेहतर बनाने वाले उपकरण और जल प्रणालियों में सूक्ष्मजीवों की वृद्धि रोकने वाली खास UV लाइट प्रणाली शामिल है। इसके अलावा, कैंसर और गंभीर बीमारियों के इलाज में मददगार औषधीय क्रिस्टल बनाने की सामग्री भी इस कार्गो में भेजी गई है।
खासियत
अंतरिक्ष यान की खासियत
सिग्नस XL पुराने सिग्नस यान से बड़ा और अधिक क्षमता वाला है। पहले का मॉडल लगभग 8,500 पाउंड (लगभग 3,800 किलोग्राम) सामान ले जाता था, जबकि नया यान करीब 5,000 किलोग्राम सामग्री पहुंचाने में सक्षम है। इसे 2003 में कोलंबिया दुर्घटना में मारे गए नासा के अंतरिक्ष यात्री विलियम 'विली' मैककूल के नाम पर एस.एस. विलियम सी. मैककूल नाम दिया गया है। यह 17 सितंबर को ISS पहुंचेगा और रोबोटिक आर्म की मदद से पकड़ा जाएगा।
अन्य
अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां
अंतरिक्ष एजेंसी नासा इस आगमन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण बुधवार (17 सितंबर) सुबह करेगी। सिग्नस XL मार्च, 2026 तक ISS से जुड़ा रहेगा और फिर पृथ्वी के वायुमंडल में जलकर नष्ट हो जाएगा। रूस का प्रोग्रेस यान भी इसी तरह इस्तेमाल के बाद खत्म होता है। वहीं, स्पेस-X का ड्रैगन कैप्सूल अलग है, क्योंकि वह पैराशूट की मदद से समुद्र में उतरता है और उसे मरम्मत के बाद दोबारा प्रयोग किया जाता है।