आज पृथ्वी से टकराएंगी सौर हवाएं, कभी भी आ सकता है शक्तिशाली सौर तूफान
सूर्य पर मौजूद एक सनस्पॉट में हाल ही में विस्फोट हुआ था, जिसके कारण उत्पन्न कोरोनल मास इजेक्शन (CME) क्लाउड और सौर हवाएं तेजी से पृथ्वी की तरफ बढ़ रही हैं। अंतरिक्ष वेबसाइट स्पेस वेदर की रिपोर्ट के अनुसार, सौर हवाएं आज (13 अक्टूबर) पृथ्वी से टकराएंगी, जिससे पृथ्वी पर एक शक्तिशाली सौर तूफान आ सकता है। बीते दिन बताया गया था कि पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर के पास एक सह-घूर्णन संपर्क क्षेत्र (CIR) बन रहा था।
आसमान में दिखाई देगा रंगीन प्रकाश
यह सौर तूफान 14 अक्टूबर को होने वाले वलयाकार सूर्य ग्रहण से ठीक पहले आ सकता है। सौर हवाओं के इन प्रभावों के कारण आर्कटिक सर्कल के आसपास आसमान में रंगीन प्रकाश दिखाई दे सकता है, जिसे अरोरा कहा जाता है। इन गर्म हवाओं के कारण दुनिया के कुछ हिस्सों में शॉर्टवेव वीडियो ब्लैकआउट होने की भी आशंका है, जिससे नाविकों, आपातकालीन सेवाओं और और रेडियो सिग्नल का उपयोग करने वाले अन्य लोगों को समस्या हो सकती है।
सौर तूफान से क्या है खतरा?
सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है। G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, लेकिन G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है। सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर सकते हैं। अत्यधिक शक्तिशाली होने पर ये पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।