ऑनलाइन ब्राउज करते समय कुकीज स्वीकार करें या अस्वीकार? जानिए छिपे हुए गोपनीयता जोखिम
क्या है खबर?
हर बार जब आप इंटरनेट पर जाते हैं, तो 'सभी कुकीज स्वीकार करें' या 'अस्वीकार करें' वाले पॉप-अप बार-बार दिखते हैं। कई लोग इन्हें छोटी झंझट मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कुकीज असल में वेबसाइट के काम और आपकी निजी जानकारी के इस्तेमाल में अहम भूमिका निभाती हैं। ये लॉगिन याद रखने, शॉपिंग कार्ट बचाने और भाषा सेटिंग्स संभालने में मदद करती हैं। साथ ही, विज्ञापनदाता इन्हीं से आपकी ऑनलाइन गतिविधियों को ट्रैक कर सकते हैं।
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कुकीज का काम और प्रकार
कुकीज छोटी फाइलें हैं जो वेबसाइट आपके डिवाइस में स्टोर करती हैं। ये ब्राउजिंग को आसान बनाती हैं और वेबसाइट को सुचारू चलाती हैं। जरूरी कुकीज वेबसाइट चलाने के लिए होती हैं और इन्हें रोका नहीं जा सकता। कार्यात्मक कुकीज भाषा या क्षेत्र की पसंद रखती हैं। एनालिटिक्स कुकीज वेबसाइट पर आपके उपयोग का डाटा जुटाती हैं। विज्ञापन कुकीज अलग-अलग साइटों पर आपकी आदतों को ट्रैक कर लक्षित विज्ञापन दिखाती हैं।
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कुकीज स्वीकारें या अस्वीकार करें?
सभी कुकीज स्वीकार करने पर उस वेबसाइट से जुडी आपको पूरी सुविधा मिलती है, लेकिन विज्ञापनदाता और तीसरे पक्ष आपकी ब्राउजिंग पर करीबी नजर रख सकते हैं। वेबसाइट के सभी कुकीज अस्वीकार करने से गोपनीयता बढ़ती है, लेकिन कई वेबसाइटें सही तरह काम नहीं करतीं। यूरोपीय संघ के नियमों के कारण वेबसाइटों को आपकी सहमति लेनी पड़ती है और इसी वजह से पॉप-अप बढ़े हैं, क्योंकि समझदारी से चुनना जरूरी है।
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गोपनीयता और सुविधा में संतुलन
कुकीज हानिकारक नहीं हैं, लेकिन आपकी गोपनीयता पर असर डाल सकती हैं। जरूरत के मुताबिक कुकीज स्वीकार करें और बाकी को सीमित करें। ब्राउजर सेटिंग्स से इन्हें हटाया या नियंत्रित किया जा सकता है। इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशन जैसे टूल ट्रैकिंग की जानकारी देते हैं। नियमित रूप से अपनी कुकी सेटिंग्स की समीक्षा करें और नए गोपनीयता विकल्पों का इस्तेमाल करें। इससे सुविधा का त्याग किए बिना डिजिटल सुरक्षा बनाए रखी जा सकती है।