2021 में ऐपल से आगे निकली सैमसंग, बेचे ज्यादा स्मार्टफोन्स- रिपोर्ट
क्या है खबर?
सैमसंग ने आईफोन मेकर ऐपल को ग्लोबल शिपमेंट के मामले में पीछे छोड़ दिया है।
रॉयटर्स की ओर से शेयर की गई कैनालिस्ट की रिपोर्ट में बताया गया है कि सैमसंग 2021 की पहली तिमाही में दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बनी है।
ऐपल और सैमसंग के अलावा शाओमी ने इस साल की पहली तिमाही में टॉप-3 कंपनियों में जगह बनाई है।
शाओमी ने अब तक की बेस्ट सेल जनवरी से मार्च, 2021 के बीच रिकॉर्ड की है।
रिपोर्ट
सैमसंग गैलेक्सी S21 सीरीज की खूब हुई सेल
कैनालिस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 की पहली तिमाही में 34.7 करोड़ स्मार्टफोन यूनिट्स की सेल हुई है, जिसमें 27 प्रतिशत बढ़त दर्ज की गई है।
सैमसंग ने इस दौरान 7.65 करोड़ स्मार्टफोन बेचे और 22 प्रतिशत मार्केट शेयर पर कब्जा किया।
सामने आया है कि सैमसंग ने अपने मोबाइल बिजनेस के साथ इस तिमाही में 2020 की आखिरी तिमाही के मुकाबले 66 प्रतिशत बढ़त दर्ज की।
सैमसंग की गैलेक्सी S21 सीरीज की इस दौरान खूब सेल हुई।
ऐपल
दूसरी पोजीशन पर खिसक गई ऐपल
आईफोन बनाने वाली टेक कंपनी ऐपल 2021 Q1 में दूसरी पोजीशन पर रही और इसने 15 प्रतिशत मार्केट शेयर पर कब्जा किया।
काउंटरपॉइंट एनालिस्ट वरुण मिश्रा के हवाले से रॉयटर्स ने बताया कि सैमसंग से पिछड़ने के बावजूद ऐपल ने अमेरिका, चीन, भारत और जापान जैसे मार्केट्स में रिकॉर्ड बिक्री की।
रिपोर्ट में बताया गया है कि आईफोन 12 प्रो मैक्स इस साल की पहली तिमाही में सबसे ज्यादा बिकने वाा आईफोन मॉडल बना।
नुकसान
चाइनीज कंपनी हुवाई को हुआ नुकसान
कैनालिस्ट ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि टॉप-5 में शामिल रहीं कंपनियों ओप्पो और वीवो के शिपमेंट्स भी इस दौरान बढ़े हैं।
हालांकि, लंब वक्त तक मार्केट लीडर रही हुवाई को इस दौरान अमेरिका की ओर से लगी पाबंदियों के चलते नुकसान उठाना पड़ा।
जनवरी से मार्च, 2021 के बीच हुवाई ने ग्लोबल शिपमेंट्स के मामले में सातवीं पोजीशन पर जगह बनाई।
बता दें, कंपनी ने अपना ऑनर ब्रैंड भी पिछले साल बेच दिया है।
चुनौती
ज्यादा मांग के चलते चिपसेट की कमी
कोरोना वायरस संक्रमण जैसी स्थिति के चलते यूजर्स अपने घरों में ज्यादा वक्त बिता रहे हैं और गैजेट्स का इस्तेमाल भी बढ़ा है।
2021 की पहली तिमाही में यही ट्रेंड देखने को मिला और खूब गैजेट्स की बिक्री हुई।
हालांकि, तेज प्रोडक्शन की वजह से चिपसेट शॉर्टेज की स्थिति पैदा हो गई है और लगभग सभी टेक ब्रैंड्स इससे जूझ रहे हैं।
इसके अलावा कोरोना वायरस की सेकेंड वेव भी स्मार्टफोन मार्केट को प्रभावित कर सकती है।