शोधकर्ताओं ने विकसित की टर्बोडिफ्यूजन तकनीक, कुछ ही सेकेंड में बन सकेंगे AI वीडियो
क्या है खबर?
शोधकर्ताओं ने एक ऐसा तरीका इजाद किया है, जिसकी मदद से वीडियो को सेकेंडों में तैयार किया जा सकता है। सिंघुआ विश्वविद्यालय, शेंग्शु टेक्नोलॉजी और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने टर्बोडिफ्यूजन नामक नई तकनीक विकसित की है। यह तरीका गुणवत्ता से समझौता किए बिना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा वीडियो बनाने की गति 200 गुना तक बढ़ा सकता है। इससे 5 सेकेंड का वीडियो क्लिप को बनाने में लगने वाला समय 3 मिनट से घटाकर 1.9 सेकेंड किया जा सकता है।
परीक्षण
परीक्षण में ये आंकड़े आए सामने
टीम ने एनवीडिया के RTX 5090 ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट वाले एक सामान्य सिस्टम पर टर्बोडिफ्यूजन का परीक्षण किया। इसने हाई-डेफिनिशन वीडियो बनाने में भी अपनी दक्षता साबित की। उसी मशीन पर इसने 5 सेकेंड के HD वीडियो को बनाने में लगने वाले समय को लगभग 80 मिनट से घटाकर मात्र 24 सेकेंड कर दिया। यह पारंपरिक तरीकों की तुलना में 200 गुना बेहतर है। वर्तमान में शेंग्शु के विडू को 5 सेकेंड के वीडियो बनाने में 3-5 मिनट लगते हैं।
प्रगति
AI वीडियो-निर्माण तकनीक में बढ़ी प्रगति
टर्बोडिफ्यूजन तकनीक का विकास OpenAI की ओर से सोरा के लॉन्च के बाद से AI वीडियो-निर्माण तकनीक में चीनी शोधकर्ताओं की ओर से की गई तीव्र प्रगति को दर्शाता है। उद्योग विश्लेषक क्योन जू के अनुसार, यह नई तकनीक उत्पादन प्रक्रियाओं में आने वाली बाधाओं को दूर करके उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। इसका मतलब यह है कि वीडियो-निर्माण मॉडल अब कंटेंट निर्माण को धीमा नहीं करेंगे, जिससे उत्पादन कार्यप्रवाह तेज और अधिक कुशल हो जाएगा।