प्ले स्टोर से हटाई गई पेटीएम ऐप, नियमों के उल्लंघन का आरोप
गूगल ने पेटीएम ऐप को प्ले स्टोर से हटा दिया है। गूगल का कहना है कि जुए से जुड़े उसके नियमों के उल्लंघन करने के कारण पेटीएम पर यह कार्रवाई की गई है। बता दें कि पेटीएम भारत का सबसे कीमती स्टार्टअप है और इसका दावा है कि इसके पास 5 करोड़ मंथली एक्टिव यूजर्स हैं। एक-दूसरे के साथ पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा देने वाली पेटीएम ऐप आज ही प्ले स्टोर से हटाई गई है।
प्ले स्टोर की नीतियों का उल्लंघन कर रही थी पेटीएम- रिपोर्ट
गूगल ने कहा कि प्ले स्टोर पर भारत में ऑनलाइन कैसिनो और खेलों पर सट्टेबाजी कराने वाली ऐप्स की इजाजत नहीं है। सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में पेटीएम लगातार प्ले स्टोर के नियमों का उल्लंघन कर रही थी।
पेटीएम ने कहा ऐप जल्द लौटेगी
गूगल ने सिर्फ पेटीएम ऐप को प्ले स्टोर से हटाया है जबकि पेटीएम फॉर बिजनेस, पेटीएम मॉल और पेटीएम मनी अभी भी डाउनलोड के लिए उपलब्ध है। गूगल ने ऐप हटाने के पीछे का साफ कारण नहीं बताया है, लेकिन उसने जुएबाजी से जुड़ी नीतियों का हवाला दिया है। वहीं पेटीएम ने कहा है कि उसकी एंड्रॉयड ऐप अस्थायी तौर पर डाउनलोडिंग के लिए अनुपलब्ध है, लेकिन यह जल्द ही वापस लौटेगी। आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है।
पेटीएम की प्रतिक्रिया
इस वजह से पेटीएम के लिए खड़ी हुई परेशानी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पेटीएम के लिए यह परेशानी उसके IPL से जुड़े प्रमोशन के कारण पैदा हुई है। पेटीेएम का एक प्रमोशन चल रहा था, जिसमें वह यूजर्स को अपने खर्च पर क्रिकेट कार्ड इकट्ठे करने पर कैशबैक ऑफर कर रहा था। सूत्रों के मुताबिक, कई दूसरी कंपनियां भी ऐसे प्रमोशन चला रही है। अब पेटीएम उस प्रमोशन को बंद कर देगा, जिसके बाद ऐप फिर से गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद होगी।
क्या हैं गूगल के नियम?
गूगल ने कहा कि अगर कोई ऐप यूजर्स को किसी दूसरी वेबसाइट पर लेकर जाती है, जहां वो किसी पेड टूर्नामेंट में भाग लेकर असली पैसे या कैश प्राइज जीत सकते हैं तो यह भी प्ले स्टोर के नियमों का उल्लंघन है। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) शुरू होने से पहले गूगल की इस कार्रवाई को दूसरे डेवलपर्स के लिए भी एक संदेश माना जा रहा है कि वो कोई भी ऐप डेवलप करते समय उसके नियमों को ध्यान रखे।
भारत में खेल पर सट्टेबाजी पर प्रतिबंध
IPL के पिछले सीजन के दौरान देखा गया था कि ऐसी ऐप्स की संख्या बढ़ी है, जो सट्टेबाजी को बढ़ावा दे रही थी या लोगों को उनमें भाग लेने के लिए मंच मुहैया करा रही थी। बता दें कि भारत में खेल पर सट्टेबाजी प्रतिबंधित है, लेकिन अधिकतर राज्यों में फैंटेसी स्पोर्ट्स पर कोई पाबंदी नहीं है। फैंटेसी स्पोर्ट्स में यूजर्स अपने मनपसंद खिलाड़ी चुनकर उन पर पैसा लगाते हैं। खिलाड़ियों का प्रदर्शन अच्छा रहने पर उन्हें जीत मिलती है।