
OpenAI और गूगल के AI मॉडल ने गणित ओलंपियाड में जीता स्वर्ण पदक
क्या है खबर?
OpenAI और गूगल ने अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्षमताओं से एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इन दोनों कंपनियों के मॉडल ने हाई-स्कूल स्तर की इंटरनेशनल मैथमैटिकल ओलंपियाड (IMO) प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। यह पहली बार है जब किसी AI सिस्टम ने मानव छात्रों के बराबरी के स्कोर किए हैं। इस सफलता को AI के तर्क कौशल में एक महत्वपूर्ण छलांग के रूप में देखा जा रहा है।
अंक
मानव जैसे तर्क से मिले अंक
इस प्रतियोगिता में दोनों कंपनियों के अत्याधुनिक AI मॉडल ने 6 में से 5 जटिल गणितीय समस्याएं सफलतापूर्वक हल कीं। खास बात यह थी कि इन सवालों को औपचारिक गणना या कोडिंग भाषाओं की बजाय सामान्य प्राकृतिक भाषा और तर्क की सहायता से सुलझाया गया। पहले AI मॉडल लंबे समय तक केवल विशिष्ट गणनाओं पर निर्भर रहते थे, लेकिन इस बार तर्क, भाषा, विश्लेषण और सोचने की प्रक्रिया को मिलाकर सटीक हल निकाला गया।
तैयारी
OpenAI और गूगल ने प्रयोगात्मक मॉडल से की थी तैयारी
OpenAI ने एक नया परीक्षण मॉडल तैयार किया जो लंबे समय तक सोचने और तर्क की कई पंक्तियों को एक साथ चलाने में सक्षम था, जिससे उसे जटिल समस्याओं को सुलझाने में मदद मिली। हालांकि, इसकी लागत बहुत ज्यादा रही, कंपनी ने इसका खुलासा नहीं किया। वहीं गूगल ने 'जेमिनी डीप थिंक' नामक मॉडल का उपयोग किया। इन दोनों कंपनियों ने समयसीमा के अंदर ही समस्याओं को सफलतापूर्वक हल करके यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।
अन्य
प्रतियोगिता में AI कंपनियों के साथ समन्वय
इस साल पहली बार IMO प्रतियोगिता में कुछ AI कंपनियों के साथ आधिकारिक रूप से समन्वय किया गया। गूगल और OpenAI सहित सभी प्रतिभागी AI लैब्स के परिणामों को IMO निर्णायकों ने प्रमाणित और स्वीकृत किया। गूगल ने कहा कि उन्होंने बोर्ड के अनुरोध के अनुसार परिणाम तभी प्रकाशित किए जब पुष्टि पूरी तरह से हो गई। OpenAI ने शनिवार को समापन समारोह के बाद ही बोर्ड की अनुमति से अपने परिणाम को सार्वजनिक रूप से साझा कर दिया था।