बहुत जरूरी है चार्जिंग केबल का उभरा हुआ हिस्सा, जानिए क्या करता है यह काम
क्या है खबर?
अगर आपने कभी अपने स्मार्टफोन या लैपटॉप चार्जर के केबल पर छोटी काली बेलनाकार गांठ देखी है, तो आपने शायद उसे नजरअंदाज कर दिया होगा। ज्यादातर लोग सोचते हैं कि यह तार का कोई साधारण हिस्सा है, लेकिन असल में यह आपके डिवाइस की सुरक्षा से जुड़ा अहम पार्ट है, जिसे 'फेराइट बीड' कहा जाता है। यह चार्जिंग और डाटा ट्रांसफर को तेज रखता है और डिवाइस को सही तरीके से काम करने में मदद करता है।
काम
फेराइट बीड क्या करता है?
जब बिजली केबल से गुजरती है, तो उसके साथ बेकार हाई-फ्रीक्वेंसी सिग्नल भी बनते हैं, जिन्हें इलेक्ट्रिकल नॉइज कहा जाता है। यही शोर फोन या लैपटॉप की चार्जिंग और डाटा स्पीड बिगाड़ सकता है। फेराइट बीड इस शोर को सोख लेता है और उसे डिवाइस तक पहुंचने से रोकता है। यह बिजली को रोकता नहीं है, बल्कि उसे साफ करता है। इसलिए इसे नॉइज फिल्टर भी कहा जाता है, जो डिवाइस को स्थिर रखता है।
महत्व
डिवाइस के लिए क्यों जरूरी है?
अगर चार्जर केबल में फेराइट बीड न हो, तो बेकार सिग्नल सीधे डिवाइस तक पहुंच सकते हैं। इससे चार्जिंग धीमी हो सकती है, फोन अटक सकता है या डाटा ट्रांसफर में दिक्कत आ सकती है। पुराने और सेंसिटिव इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में यह समस्या ज्यादा दिखती है। इसी वजह से पहले मोबाइल चार्जर, लैपटॉप पावर केबल और डाटा वायर में फेराइट बीड आमतौर पर लगाया जाता था, ताकि डिवाइस सुरक्षित और भरोसेमंद बने रहें।
अन्य
आज के चार्जर में यह कम क्यों दिखता है?
आजकल नए चार्जर और केबल में फेराइट बीड कम दिखते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सुरक्षा घट गई है। अब कंपनियां अंदर ही एडवांस फिल्टर सर्किट लगा देती हैं, जो वही काम करते हैं। ये सर्किट छोटे और ज्यादा असरदार होते हैं। हालांकि, माइक्रोवेव, गीजर और दूसरे हाई-पावर घरेलू उपकरणों में फेराइट बीड अब भी इस्तेमाल होते हैं। यह दिखाता है कि छोटी चीजें भी तकनीक में बड़ी भूमिका निभाती हैं।