
नया AI टेस्ट बताएगा कौन से पुरुषों को प्रोस्टेट कैंसर दवा से होगा फायदा
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग अब चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत तेजी से बढ़ रहा है।
अमेरिका, ब्रिटेन और स्विटजरलैंड की एक विशेषज्ञ टीम ने प्रोस्टेट कैंसर के लिए एक नया AI टूल विकसित किया है। यह टूल यह पहचान सकता है कि कौन से पुरुष दवा एबिरेटेरोन से सबसे ज्यादा फायदा उठा पाएंगे।
इससे इलाज और भी सटीक, प्रभावी और सुरक्षित हो जाएगा, जिससे मरीजों की जान बचाने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी।
दवा
एबिरेटेरोन दवा की भूमिका
एबिरेटेरोन दवा को प्रोस्टेट कैंसर के इलाज में 'गेमचेंजर' कहा जाता है।
यह दवा मृत्यु के जोखिम को आधा कर देती है और कई देशों में लाखों मरीजों की जान बचा चुकी है, लेकिन कुछ देशों में, जैसे इंग्लैंड, इसे उन मरीजों को नहीं दिया जाता जिनका कैंसर अभी फैला नहीं है।
इसलिए सही मरीजों को पहचानने के लिए AI टेस्ट बहुत जरूरी हो गया है, जिससे इलाज बेहतर और अधिक असरदार हो सके।
काम
AI टेस्ट कैसे काम करता है?
यह AI टेस्ट ट्यूमर की तस्वीरों का विश्लेषण करता है और मानव आंख से छुपी हुई जटिल विशेषताओं को पहचानता है।
इससे डॉक्टर आसानी से पता लगा पाते हैं कि किन मरीजों को दवा से ज्यादा फायदा होगा। इस टेस्ट ने 25 प्रतिशत मरीजों की पहचान की, जिनमें दवा से मौत का खतरा आधा हो गया।
बाकी मरीजों को केवल सामान्य इलाज से फायदा होगा और वे अनावश्यक दवा से बच जाएंगे, जिससे उनकी देखभाल बेहतर और सुरक्षित होगी।
शोध
शोध और परिणाम
शोधकर्ताओं ने 1,000 से ज्यादा पुरुषों की बायोप्सी छवियों पर इस AI टेस्ट का प्रयोग किया।
इस AI टेस्ट से बायोमार्कर-पॉजिटिव वाले मरीजों में मृत्यु का खतरा 17 प्रतिशत से घटकर 9 प्रतिशत हो गया। जबकि बायोमार्कर-नेगेटिव मरीजों के लिए दवा का कोई खास लाभ नहीं दिखा।
यह शोध इलाज को बेहतर बनाने और अनावश्यक दवाओं से बचाने में मदद करेगा, जिससे स्वास्थ्य सेवा और भी प्रभावी और सटीक बनेगी।
भविष्य
भविष्य की उम्मीदें
विशेषज्ञों ने कहा है कि इस AI टेस्ट से इलाज अधिक सटीक और प्रभावी होगा।
इससे स्वास्थ्य सेवा बेहतर तरीके से दवा दे सकेगी और खर्च भी कम होगा। इंग्लैंड में अभी कुछ सीमाएं हैं, लेकिन इस नए शोध के बाद उम्मीद है कि दवा को ज्यादा मरीजों को दिया जाएगा।
डॉक्टरों ने इस तकनीक को रोमांचक बताया और इसे मरीजों की जान बचाने वाला बड़ा कदम माना है, जिससे इलाज में नया बदलाव आएगा।