न्यूरालिंक चिप हो सकता है हैक, पहले मानव रोगी ने कही ये बातें
इस साल की शुरुआत में एक व्यक्ति नोलन आरबॉग के मस्तिष्क में न्यूरालिंक के चिप का प्रत्यारोपण किया गया था। यह चिप प्राप्त करने के बाद से आरबॉग ने आशाजनक परिणाम देखे हैं। अब अपना अनुभव साझा करते हुए आरबॉग ने कहा है कि उनके मस्तिष्क में लगे न्यूरालिंक चिप को हैक किया जा सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उनके न्यूरालिंक चिप को हैक करने से बहुत कुछ नहीं होगा।
आरबॉग ने क्या कहा?
आरबॉग ने कहा, "चिप हैक होने पर आप मस्तिष्क के कुछ संकेतों को देख पाएंगे। आप न्यूरालिंक द्वारा एकत्र किए जा रहे कुछ डाटा को देख पाएंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि अगर हैकिंग के समय वह अपने कंप्यूटर से जुड़े होते, तो कोई उनके माउस कर्सर को कंट्रोल कर सकता और उनके कंप्यूटर में घुसकर उनके मैसेज और ईमेल तक पहुंच सकता है। उन्होंने यह नहीं बताया कि न्यूरालिंक चिप से कौन-सा डाटा एकत्र किया जा रहा है।
न्यूरालिंक कर रही 3 रोगियों की तलाश
अरबपति एलन मस्क की ब्रेन-चिप कंपनी न्यूरालिंक अपने डिवाइस का अध्ययन करने के लिए 3 रोगियों की तलाश कर रही है। अध्ययन में 22 से 75 वर्ष की आयु के ऐसे रोगी शामिल होंगे जो क्वाड्रिप्लेजिया जैसी स्थितियों से पीड़ित हैं। अध्ययन 2026 तक शुरू होने की उम्मीद है, जबकि यह 2031 में समाप्त होगा। बता दें, न्यूरालिंक ऐसे डिवाइस बनाती है जिनको मनुष्य के दिमाग में लगाया जाता है, जिससे वह सोच कर ही कई काम कर सकता है।