नासा क्रू-7 मिशन: स्पेस-X कैप्सूल से आज अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचेंगे 4 यात्री
क्या है खबर?
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने क्रू-7 मिशन को शनिवार को लॉन्च कर दिया है।
इस मिशन के तहत फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेस-X के फॉल्कन-9 रॉकेट से 4 यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा गया है।
चारों अंतरिक्ष यात्री स्पेस-X कैप्सूल से आज अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में पहुंच जाएंगे, जहां वे मार्च से रह रहे 4 अंतरिक्ष यात्रियों की जगह लेंगे।
ये अंतरिक्ष यात्री अमेरिका, रूस, जापान और डेनमार्क के हैं।
देश
इन देशों से हैं अंतरिक्ष यात्री
क्रू-7 मिशन के तहत स्पेस-X के क्रू ड्रैगन कैप्सूल से नासा के जैस्मीन मोघबेली, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के एंड्रियास मोगेन्सन, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन (JAXA) एजेंसी के सातोशी फुराकावा और रूसी अंतरिक्ष यात्री कोंस्टेंटिन बोरिसोव अंतरिक्ष में गए हैं।
अंतरिक्ष एजेंसी के अधिकारियों ने बताया है कि यह अमेरिका का ऐसा पहला कोई मिशन है, जिसमें अंतरिक्ष में जाने के लिए कैप्सूल की हर सीट पर अलग-अलग देश के अंतरिक्ष यात्री बैठे हैं।
समय
6 महीने के लिए मिशन पर गए हैं अंतरिक्ष यात्री
स्पेस-X रॉकेट पर सवार होकर ये चारों अंतरिक्ष यात्री 6 महीने के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की ओर रवाना हुए हैं।
क्रू-7 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों को क्रू-6 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का संचालन पूरी तरह अपने हाथों में लेने में लगभग 5 दिन का समय लगेगा।
बता दें कि अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के उपकरणों की जांच रखरखाव और मरम्मत करते हैं या टूटे हुए उपकरणों को बदलते हैं।