मस्क ने की भविष्यवाणी, AI से कोडिंग की नौकरियों में आएगा बड़ा बदलाव
क्या है खबर?
xAI के CEO एलन मस्क ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के चलते कोडिंग से जुड़ी नौकरियों में जल्द ही बड़ा बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि अब कोडिंग की कठिन मेहनत काफी हद तक कम हो गई है। उनके अनुसार, निकट भविष्य में कोडिंग एक गंभीर पेशा न रहकर पेंटिंग की तरह एक क्रिएटिव और मनोरंजक गतिविधि बन सकती है। मस्क का यह बयान OpenAI अध्यक्ष ग्रेग ब्रॉकमैन की एक पोस्ट के जवाब में आया।
तुलना
पेंटिंग से कोडिंग की तुलना
मस्क ने कहा कि जैसे पहले पोर्ट्रेट पेंट करवाने में कई दिन लगते थे, अब सेल्फी से काम चल जाता है। इसी तरह, पहले कोडिंग में भारी मेहनत लगती थी, लेकिन AI टूल्स की मदद से यह आसान हो गया है। उन्होंने कहा कि जैसे अब कुछ लोग सिर्फ शौक के लिए पेंटिंग करते हैं, वैसे ही आने वाले समय में कोडिंग भी सिर्फ रुचि रखने वालों का काम रह जाएगा, जो तकनीकी जरूरत नहीं, बल्कि रचनात्मकता के लिए होगा।
असर
xAI और ग्रोक AI का बढ़ता असर
मस्क की कंपनी xAI ने हाल ही में ग्रोक 4 नामक एक उन्नत कोडिंग सहायक लॉन्च किया है। यह टूल 20 से अधिक प्रोग्रामिंग भाषाओं को सपोर्ट करता है और डेवलपर्स को कोडिंग एडिटर्स में सीधे प्राकृतिक भाषा से कोड लिखने और डीबग करने की सुविधा देता है। ग्रोक, ChatGPT, जेमिनी और क्लाउड जैसे AI टूल्स को टक्कर देता है। यह AI की तेज प्रतिस्पर्धा में मस्क की बड़ी पहल मानी जा रही है, जिसमें कोडिंग पर विशेष फोकस है।
रेस
दिग्गज कंपनियों की AI रेस तेज हुई
कोडिंग से जुड़े कार्यों के लिए अब कई बड़ी कंपनियां AI टूल्स बना रही हैं। OpenAI ने 'कोडेक्स' नामक AI एजेंट लॉन्च किया है, जो क्लाउड में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की तरह काम करता है। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट ने गिटहब कोपायलट का नया वर्जन 'स्पार्क AI' पेश किया है, जो केवल प्राकृतिक भाषा से ऐप बना सकता है। इन सभी प्रयासों से साफ है कि AI अब कोडिंग की दुनिया को पूरी तरह बदलने की दिशा में बढ़ रहा है।