माइनक्राफ्ट से जुड़ी ऐप्स में ऐडवेयर, चोरी कर रहीं सोशल अकाउंट डीटेल्स
क्या है खबर?
माइनक्राफ्ट गेम के दुनियाभर में करोड़ों प्लेयर्स हैं और इसका फायदा उठाकर अटैक करने वाले मालिशियस ऐप्स को यूजर्स के डिवाइसेज तक पहुंचा रहे हैं।
कैस्परस्काई एक्सपर्ट्स ने ऐसी कई मालिशियस ऐप्स का पता लगाया है, जिनका मकसद डाटा चोरी और फ्रॉड को अंजाम देना है।
गेम में यूजर्स को अपनी 3D दुनिया तैयार करने के लिए अलग-अलग तरह के ब्लॉक क्रिएट करने और तोड़ने होते हैं।
गेम की लोकप्रियता के चलते ही हैकर्स इसका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
ऐप्स
सामने आई थीं 20 मालिशियस ऐप्स
कैस्परस्काई रिसर्चर्स ने इससे पहले 20 मालिशियस ऐप्स का पता लगाया, जो अलग-अलग माइनक्राफ्ट फीचर्स देने का दावा कर रही थीं।
इसके बाद इन ऐप्स को आधिकारिक ऐप स्टोर्स से हटा दिया गया था।
साइबर सिक्योरिटी फर्म ने अब ऐसी नई ऐप्स का पता लगाया है, जिन्हें ऐडवेयर फैलाने के लिए डिजाइन किया गया है।
इन ऐप्स की मदद से यूजर्स के सोशल लॉग-इन डीटेल्स भी चोरी किए जा सकते हैं।
रिपोर्ट
गेम से जुड़े मॉडपैक होने का दावा
कैस्परस्काई ने कहा, "कंपनी के रिसर्चर्स ने कई ऐप्स को एनालाइज किया है और इनमें से कई गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध हैं और गेम के लिए मॉडपैक्स होने का दावा करती हैं।"
कंपनी एक्सपर्ट्स ने पाया है कि कई ऐप्स ऐडवेयर फैला रही हैं और यूजर्स के लिए खतरनाक हो सकती हैं।
बैकग्राउंड में रन करते वक्त भी ये ऐप्स यूजर्स को फुलस्क्रीन ऐड्स दिखाती हैं।
जानकारी
क्या होते हैं मॉडपैक्स?
मॉडपैक्स दरअसल यूजर्स की ओर से तैयार किए गए पैकेज होते हैं, जिनके साथ अडिशनल गेमप्ले एलिमेंट्स मिल जाते हैं। उदाहरण के लिए, किसी गेम में नए कैरेक्टर या टूल को ऐसे मॉडपैक्स की मदद से शामिल किया जा सकता है।
नुकसान
दिखने लगते हैं ढेर सारे ऐड्स
रिसर्चर्स ने पाया कि कुछ ऐप्स मोबाइल डिवाइसेज में ऐडवेयर्स पहुंचा रही हैं, यानी कि यूजर्स को ढेर सारे अनचाहे ऐड्स दिखने लगते हैं।
कैस्परस्काई ने कहा, "इन ऐप्स को डिवाइस में एडवर्टाइजमेंट दिखाने के लिए किसी तरह के कमांड की जरूरत भी नहीं होती। इसके अलावा ये ऐप्स अडिशनल मॉड्यूल्स लोड कर सकती हैं, जिससे इनके आइकन छुप जाते हैं और इन्हें आसानी से डिलीट नहीं किया जा सकता।"
खतरा
चोरी हो सकता है पर्सनल डाटा
मालिशियस ऐप्स ब्राउजर विंडो ओपेन कर सकती हैं, गूगल प्ले स्टोर में ऐप पेज दिखा सकती हैं और यूट्यूब वीडियोज प्ले कर सकती हैं।
इस तरह यूजर्स का स्मार्टफोन यूजेस एक्सपीरियंस इनकी वजह से प्रभावित होता है।
कई मालिशियस ऐप्स यूजर्स को सोशल मीडिया अकाउंट्स के साथ लॉग-इन का विकल्प देती हैं।
ऐसा करने और यूजरनेम-पासवर्ड एंटर करने पर यूजर्स का डाटा चोरी हो जाता है, जिसका बाद में गलत इस्तेमाल किया जा सकता है।
जानकारी
सावधानी बरतना है बेहद जरूरी
कोई भी ऐप इंस्टॉल करने के लिए थर्ड पार्टी स्टोर्स या वेबसाइट्स का इस्तेमाल करना आपको मालवेयर्स का शिकार बना सकता है। यह जरूरी है कि आप आधिकारिक प्लेटफॉर्म से ही कोई ऐप अपने फोन में इंस्टॉल करें और ऐप रिव्यूज जरूर देखें।