बिंग सर्च को वर्ष 2020 में ऐपल को बेचने के प्रयास में थी माइक्रोसॉफ्ट- रिपोर्ट
क्या है खबर?
माइक्रोसॉफ्ट वर्ष 2020 के आसपास अपने बिंग सर्च इंजन को आईफोन निर्माता कंपनी ऐपल को बेचने पर विचार कर रही थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस सौदे के तहत आईफोन, मैक और आईपैड सहित ऐपल के सभी डिवाइसों पर डिफाल्ट सर्च इंजन के रूप में गूगल की जगह बिंग ले लेता।
यह भी कहा गया कि माइक्रोसॉफ्ट के अधिकारियों ने ऐपल सर्विस के प्रमुख एडी क्यू से मुलाकात कर ऐपल द्वारा बिंग के अधिग्रहण की संभावना पर चर्चा की थी।
रिपोर्ट
ऐपल के सभी डिवाइस में गूगल है डिफॉल्ट सर्च इंजन
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ऐपल को अल्फाबेट की साझेदारी के जिम्मेदार क्यू ही हैं।
इसी डील के तहत ही ऐपल के सभी उपकरणों के लिए डिफॉल्ट सर्च इंजन के तौर पर गूगल का इस्तेमाल हो रहा है।
हालांकि, ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट की बातचीत सिरे नहीं चढ़ सकी। एक और वजह यह भी बताई जा रही है कि गूगल के साथ सौदे से ऐपल को ज्यादा कमाई होती है।
ऐपल
ऐपल को था बिंग की गुणवत्ता पर संदेह
रिपोर्ट के मुताबिक, ऐपल को गुणवत्ता और फीचर्स के मामले में बिंग के गूगल से आगे निकल पाने पर भी संदेह था।
हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट के बीच बातचीत कभी एडवांस स्टेज तक नहीं पहुंच पाई।
बता दें कि गूगल को पहली बार वर्ष 2002 में ऐपल के सफारी ब्राउजर में डिफॉल्ट सर्च इंजन के रूप में इस्तेमाल किया गया था और तब से इस सौदे में कई बार बदलाव किए गए हैं।
डील
गूगल सर्च के साथ डील से ऐपल ने कमाए करोड़ों रुपये
ब्लूमबर्ग ने अमेरिकी न्याय विभाग के आंकड़ों के हवाले से बताया कि वर्ष 2020 तक गूगल के साथ सौदे से ऐपल ने लगभग 33,000 करोड़ रुपये से लेकर 58,000 करोड़ रुपये कमाई की है।
यह भी गौर करने वाली बात है कि ऐपल ने नए रेवेन्यू शेयरिंग समझौते के जरिए गूगल का इस्तेमाल करने से पहले वर्ष 2013 से 2017 के बीच सीरी और स्पॉटलाइट में बिंग को डिफॉल्ट वेब सर्च इंजन के रूप में इस्तेमाल किया था।
डिफॉल्ट
"ऐपल को बिंग के उपयोग के लिए राजी करने का प्रयास करती रही माइक्रोसॉफ्ट"
हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट के विज्ञापन और वेब सर्विसेज के प्रमुख मिखाइल पारखिन ने गूगल एंटीट्रस्ट ट्रायल के दौरान कहा कि ऐपल ने आईफोन के लिए डिफॉल्ट सर्च इंजन के रूप में बिंग पर स्विच करने पर गंभीरता से कभी विचार नहीं किया।
उन्होंने यह भी कहा कि ऐपल मौजूदा बिंग पर बिंग की तुलना में ज्यादा पैसे कमा रही है।
पारखिन ने कहा, "हम हमेशा ऐपल को बिंग सर्च इंजन के उपयोग के लिए मनाने का प्रयास करते रहे।"
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
गूगल पर अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा मुकदमा चलाया जा रहा है।
कंपनी पर आरोप है कि लोग इसके सर्च इंजन तक सबसे पहले पहुंच सकें इसके लिए इसने ऐपल और वेरिजॉन जैसी अन्य कंपनियों को भुगतान करके प्रतिस्पर्धा में बाजी मार ली है।
अब यूजर्स को ऐपल आदि कंपनियों के डिवाइस खोलने पर सबसे पहले गूगल सर्च दिखता है।
बता दें कि प्रतिस्पर्धा को लेकर कई देशों में कड़े नियम हैं और कई कंपनियों के खिलाफ जांच चल रही हैं।