मेटा कर्मचारियों की कॉपराइट सामग्री के उपयोग पर की थी चर्चा, अदालती दास्तावेजों में खुलासा
क्या है खबर?
मेटा के कर्मचारी सालों से कंपनी के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए कानूनी रूप से संदिग्ध माध्यमों से प्राप्त कॉपीराइट कार्यों का उपयोग करने पर आंतरिक रूप से चर्चा करते रहे हैं।
यह दावा काड्रे बनाम मेटा मामले में वादी की ओर से पेश किए दस्तावेज के आधार पर किया जा रहा है।
कर्मचारियों के बीच चैट से बताया है कि मेटा ने मॉडल्स को प्रशिक्षित करने के लिए कॉपीराइट डाटा का उपयोग कैसे किया।
चैट
चैट में कर्मचारियों के बीच हुई थी चर्चा
एक चैट में मेटा के लामा मॉडल अनुसंधान टीम के वरिष्ठ प्रबंधक मेलानी कंबादुर सहित मेटा कर्मचारियों ने उन कार्यों पर प्रशिक्षण मॉडल पर चर्चा की, जिनके बारे में उन्हें पता था कि वे कानूनी रूप से जोखिम भरे हो सकते हैं।
फाइलिंग के अनुसार फरवरी, 2023 की एक चैट में मेटा रिसर्च इंजीनियर जेवियर मार्टनेट ने पुस्तक प्रकाशकों के साथ लाइसेंसिंग सौदे करने के बजाय प्रशिक्षण सेट बनाने के लिए खुदरा कीमतों पर E-पुस्तकें खरीदने का विचार रखा था।
बातचीत
काॅपीराइट सामग्री के उपयोग को लेकर थी अलग-अलग राय
मार्टनेट के इस तर्क पर एक अन्य कर्मचारी ने चेताया था कि अनधिकृत, कॉपीराइट सामग्री का उपयोग कानूनी चुनौती का आधार हो सकता है।
इस पर मार्टनेट ने तर्क दिया कि एक अरब स्टार्टअप शायद पहले से ही प्रशिक्षण के लिए पायरेटेड पुस्तकों का उपयोग कर रहे थे।
उसी चैट में वरिष्ठ प्रबंधक कंबादुर ने चेतावनी दी कि मॉडल प्रशिक्षण के लिए 'सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डाटा' का उपयोग करने के लिए अनुमोदन की आवश्यकता होगी।
वाद-विवाद
वादी-प्रतिवादी ने क्या कहा?
प्रतिवादी मेटा का दावा है IP-संरक्षित कार्यों विशेष रूप से पुस्तकों पर प्रशिक्षण मॉडल 'उचित उपयोग' है। दूसरी तरफ वादी लेखिका सारा सिल्वरमैन और ता-नेहसी कोट्स मेटा की इस बात से असहमत हैं।
मुकदमे में प्रस्तुत पिछली सामग्रियों में आरोप लगाया गया था कि मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी की AI टीम को कॉपीराइट सामग्री पर प्रशिक्षण देने की अनुमति दी थी।
मेटा ने पुस्तक प्रकाशकों के साथ AI प्रशिक्षण डाटा लाइसेंसिंग वार्ता को रोक दिया था।