रशियन हैकर्स ने किया बड़ा रैंसमवेयर अटैक, हजारों कंपनियों को बनाया शिकार
क्या है खबर?
साइबर अटैक्स इंटरनेट की दुनिया के लिए चुनौती बन चुके हैं और इनसे बचने के लिए किए जा रहे तमाम उपाय अक्सर काम नहीं आते।
अब रूस से जुड़े हैकर्स ग्रुप ने ग्लोबल सॉफ्टवेयर सप्लाई चेन पर खतरनाक रैंसमवेयर अटैक किया है।
रैंसमवेयर अटैक का शिकार ढेरों इंटरनेट यूजर्स बने हैं और इसने कई छोटे और मीडियम साइज्ड बिजनेसेज को भी निशाना बनाया है।
बता दें, बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साइबर क्राइम रोकने पर जोर दिया था।
हैकिंग
कई सर्विस प्रोवाइडर्स को बनाया शिकार
30 मई को मीटपैकिंग कंपनी JBS SA पर हुए रैंसमवेयर अटैक के लिए जिम्मेदार माने जा रहे ग्रुप REvil की ओर से ही अटैक किए जाने की बात कही जा रही है।
इस ग्रुप ने कम से कम 20 मैनेज्ड सर्विस प्रोवाइडर्स को हैक किया, जो छोटे और मीडियम साइज्ड बिजनेसेज को IT सेवाएं दे रहे थे।
इसके अलावा 1,000 से ज्यादा बिजनेसेज पर पहले ही इस रैंसमवेयर अटैक का असर पड़ चुका है और यह आंकड़ा बढ़ सकता है।
बयान
सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने कही यह बात
हंट्रेस लैब्स के रिसर्चर्स ने रैंसमवेयर अटैक से जुड़ी जानकारी दी है।
रिसर्चर्स ने कहा, "सर्विस प्रोवाइडर्स की ओर से मांगी जा रही मदद और रेडिट फोरम पर ट्रैक किए जा रहे थ्रेड पर आने वाले कॉमेंट्स को देखकर हम साफ अंदाजा लगा सकते हैं कि रैंसमवेयर अटैक का असर हजारों छोटे बिजनेसेज पर पड़ा है।"
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने अमेरिकी इंटेलिजेंस विभाग से इन अटैक्स की गंभीरता से जांच करने को कहा है।
अटैक
बड़े रैंसमवेयर अटैक के पीछे कौन?
जून में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा था कि अमेरिका साइबर अटैक्स और नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई करेगा।
हालांकि, उन्होंने अटैक के नए मामले पर पुतिन से बात नहीं की है।
बाइडेन ने कहा, "मैंने इंटेलिजेंस कम्युनिटी से मामले की पूरी गहराई से जांच करने को कहा है और इस बारे में कल तक ज्यादा जानकारी सामने होगी।"
उन्होंने कहा, "हम पक्का नहीं कह सकते कि यह रशियन्स का काम है।"
खतरा
इसलिए ज्यादा खतरनाक है अटैक
हैकर्स मैनेज्ड सर्विस प्रोवाइडर्स (MSPs) को निशाना बना रहे हैं, जो बात ऐसे अटैक्स को ज्यादा खतरनाक बना देती है।
ऐसे MSPs पर अटैक के बाद वे आसानी से उनके कस्टमर्स को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
रिपोर्ट्स की मानें तो अब तक 20 से ज्यादा MSPs इस अटैक से प्रभावित हुए हैं।
इन अटैक्स से प्रभावित होने वाले बिजनेसेज UK, साउथ अफ्रीका, कनाडा, मेक्सिको, स्पेन और अर्जेंटीना जैसे 17 देशों में फैले हैं।
चुनौती
कई देशों की सरकारें इन अटैक्स पर चिंतित
हाल ही में बड़े पैमाने पर किए जाने वाले हैकिंग अटैक्स बढ़े हैं।
कई देशों की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी इस तरह के अटैक्स खतरनाक साबित हुए हैं और सरकारें चिंतित हैं।
इस साल भारत में पावर और मेडिकल सेक्टर को भी बड़े अटैक्स का सामना करना पड़ा था।
वहीं, दिसंबर में अमेरिका के करीब 100 बिजनेस और नौ एजेंसियां अटैक्स का शिकार बनी थीं।
ऐसे अटैक्स में रूस और चीन के ग्रुप्स का नाम सामने आता रहा है।
क्या आप जानते हैं?
क्या होता है रैंसमवेयर?
रैंसमवेयर खास तरह के कंप्यूटर सिस्टम वायरस होते हैं, जिनसे इन्फेक्ट होते ही डिवाइसेज पूरी तरह लॉक हो जाते हैं। हैकर्स रैंसमवेयर की मदद से इनका डाटा ऐक्सेस कर सकते हैं और डिवाइस अनलॉक करने के बदले रकम की मांग भी कर सकते हैं।