खुद को बिटकॉइन का आविष्कारक बताने वाले कंप्यूटर वैज्ञानिक को लंदन की अदालत ने सुनाई सजा
बिटकॉइन का आविष्कार करने का झूठा दावा करने वाले ऑस्ट्रेलियाई कंप्यूटर वैज्ञानिक क्रेग राइट को लंदन के उच्च न्यायालय ने अवमानना का दोषी पाया है। राइट ने बिटकॉइन निर्माता सतोशी नाकामोतो होने का झूठा दावा किया था और कोर्ट ने उन्हें कहा था कि वह लोगों पर मुकदमा करना बंद करें, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने बिटकॉइन के आविष्कारक होने की झूठी बात बार-बार बोली, जिसके बाद न्यायालय ने उनको 1 साल की निलंबित जेल सजा दी है।
COPA ने किया था मुकदमा
ऑस्ट्रेलियाई कंप्यूटर वैज्ञानिक के इस दावे को चुनौती देने के लिए क्रिप्टो ओपन पेटेंट एलायंस (COPA) ने लंदन के उच्च न्यायालय में मुकदमा दायर किया। COPA के सदस्य संगठनों में जैक डॉर्सी की कंपनी ब्लॉक और क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कॉइनबेस भी शामिल है। COPA ने अदालत से यह घोषणा करने का अनुरोध किया कि राइट सतोशी नाकामोतो नहीं हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इस मुकदमे की कुल लागत लगभग 911 अरब पाउंड (लगभग 96,793 अरब रुपये) थी।
अदालत ने क्या सुनाई सजा?
अदालत ने राइट को 5 मामलों में अवमानना का दोषी पाया और 12 महीने की निलंबित जेल सजा सुनाई। इसके अलावा, राइट को 2 साल के लिए सजा का निलंबन दिया गया और उन्हें 1.45 लाख पाउंड (लगभग 1.54 करोड़ रुपये) भुगतान करने का आदेश दिया गया। बता दें, निलंबित जेल सजा में दोषी व्यक्ति को जेल में नहीं भेजा जाता, लेकिन अगर वह शर्तों का उल्लंघन करता है, तो उसे निर्धारित अवधि के लिए जेल भेजा जा सकता है।