लिंक्डइन को मिला हिंदी भाषा का सपोर्ट, लैंग्वेज सेटिंग्स में मिलेगा नया विकल्प
माइक्रोसॉफ्ट के सोशल प्लेटफॉर्म लिंक्डइन ने बताया है कि अब इसमें हिंदी भाषा का सपोर्ट भी शामिल किया गया है। कंपनी ने कहा है कि हिंदी लिंक्डइन पर मिलने वाली भारत की पहली स्थानीय भाषा बनने जा रही है। हिंदी भाषा का सपोर्ट शामिल करने के साथ ही अब लिंक्डइन ग्लोबली 25 भाषाओं को सपोर्ट करती है। कंपनी की कोशिश इस बदलाव के साथ भारत में ज्यादा यूजर्स को प्लेटफॉर्म से जोड़ने की होगी।
हिंदी में दिखेगा लिंक्डइन का कंटेंट
कंपनी ने बताया है कि यूजर्स अब अपनी फीड, प्रोफाइल, जॉब्स और मेसेजेस जैसी जानकारी लिंक्डइन पर हिंदी में देख पाएंगे। इसके अलावा उन्हें हिंदी में कंटेंट क्रिएट करने का विकल्प भी दिया जाएगा। हिंदी भाषा का सपोर्ट कंपनी की ओर से मोबाइल डिवाइसेज के अलावा डेस्कटॉप वर्जन में भी दिया गया है। इसका फेज 1 रोलआउट शुरू हो चुका है और ऐप अपडेट करने के साथ भाषा से जुड़े बदलाव दिखने लगेंगे।
भारत में लिंक्डइन का बड़ा यूजरबेस
लिंक्डइन के इंडिया कंट्री मैनेजर आशुतोष गुप्ता ने कहा, "हमने पिछले साल हाई इंगेजमेंट और मेंबर ग्रोथ देखी है और यही वजह है कि हम 'वर्कफोर्स' के हर सदस्य के लिए मौके तैयार करना चाहते हैं। यही वजह है कि हम दुनिया भर में हिंदी बोलने वालों के लिए भाषा से जुड़ी चुनौती दूर कर रहे हैं।" कंपनी ने बताया है कि भारत मेंबर्स के मामले में अमेरिका के बाद इसका दूसरा सबसे बड़ा मार्केट है।
हिंदी में कैसे इस्तेमाल कर पाएंगे लिंक्डइन
मोबाइल फोन यूजर्स को अपनी डिवाइस की भाषा हिंदी चुननी होगी, जिसके बाद लिंक्डइन ऐप में अपनेआप टेक्स्ट हिंदी भाषा में दिखने लगेगा। वहीं, डेस्कटॉप यूजर्स को लिंक्डइन होमपेज पर जाकर 'मी' आइकन पर क्लिक करना होगा। यहां 'सेटिंग्स और प्राइवेसी' पर क्लिक करने के बाद 'अकाउंट प्रिफरेंसेज' और 'साइट प्रिफरेंसेज' चुनना होगा। लैंग्वेज के सामने दिख रहे 'चेंज' विकल्प पर क्लिक कर आप हिंदी भाषा चुन सकेंगे। इसके बाद यूजर्स हिंदी में लिंक्डइन देख सकेंगे और इस्तेमाल कर सकेंगे।
दूसरी भाषाओं में किए गए पोस्ट का अनुवाद
लिंक्डइन केवल प्लेटफॉर्म की भाषा बदलने जा रही है और यूजर्स जेनरेटेड कंटेंट (जैसे- उनकी कोई पोस्ट) ओरिजनल भाषा में दिखेगी। यानी कि अगर किसी यूजर ने अंग्रेजी में पोस्ट किया है तो लिंक्डइन की भाषा हिंदी सेट होने पर भी पोस्ट अंग्रेजी में नजर आएगी। हालांकि, इस पोस्ट को हिंदी में देखना चाहें तो इसके नीचे दिए गए 'सी ट्रांसलेशन' विकल्प पर क्लिक करना होगा। इस तरह प्लेटफॉर्म्स के अलावा पोस्ट्स भी हिंदी में देखी जा सकती हैं।
गूगल ने की लोकलाइजेशन की शुरुआत
लिंक्डइन से पहले गूगल ने भारत में लोकलाइजेशन पर जोर दिया है और ढेरों भारतीय भाषाओं का सपोर्ट अपनी ऐप्स को दिया है। इन कंपनियों ने समझा है कि भारत का एक बड़ा यूजरबेस अंग्रेजी ना समझने के चलते उनकी सेवाएं नहीं ले रहा। इन यूजर्स को अपने प्लेटफॉर्म का हिस्सा बनाने के लिए स्थानीय भाषाओं का सपोर्ट शामिल करने जैसे बदलाव किए जा रहे हैं। गूगल तो अगले साल हिंग्लिश का सपोर्ट भी अपनी ऐप्स में लाने वाली है।